Aapnu Gujarat
શિક્ષણ

स्कूलों में भविष्य फ्युचरीस्टीक टेक्नोलॉजी अब लागू होगी

वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-२०१९ के तहत साइंस सीटी, अहमदाबाद में इस बार पहली बार फ्युचरीस्टीक टेक्नोलॉजी एक्जीबिशन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें रोजाना हजारों विद्यार्थी मुलाकात लेकर भविष्य में आने वाली टेक्नोलॉजी, खोज-संशोधन और नये परिणामों को देखकर मंत्रमुग्ध हो रहे हैं ।पहली बार आयोजित किए गए फ्युचरीस्टीक टेक्नोलॉजी एक्जीबिशन में खुद राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर, राज्य के शिक्षामंत्री भूपेन्द्रसिंह चुडासमा, राज्य के गृहसचिव सहित के कई महानुभाव और देशभर के विज्ञान और टेक्नोलॉजी के विशेषज्ञ ने मुलाकात की और प्रभावित हो गये ।हालांकि विद्यार्थियों के लिए शिक्षा में प्रेक्टिकली और अनुभव की दृष्टि से काफी मददरूप हो सके ऐसा स्कायरीम इनोवेशन के कई मॉडल्स और इनोवेशन्स उनको सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहे है । क्योंकि, स्कायरीम इनोवेशन की यह फ्युचरीस्टीक टेक्नोलॉजी और मॉडलों की मदद से विद्यार्थी आगे जाकर इनोवेटीव और आंतरप्रिन्योर बन सकते है । देश की करीब ३०० स्कूलों में यह फ्युचरीस्टीक टेक्नोलॉजी और इनोवेटीव मॉडलों का प्रेक्टिकली लागू किया गया है और निकट भविष्य में गुजरात राज्य की स्कूलों में भी इसे लागू किया जाए इस दिशा में काफी महत्वपूर्ण कवायद शुरू की गई है । इसके लिए स्कायरीम इनोवेशन द्वारा राज्य सरकार, साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग और गुजरात इंफर्मेटिक्स लिमिटेड सहित के शासकों के साथ चर्चा शुरू की गई है । वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में इस बार पहली बार साइंस सीटी में विज्ञान और टेक्नोलॉजी को काफी महत्व देकर बियोन्ड प्लेनेट अर्थ थीम पर फ्युचीरीस्टीक एक्जीबिशन आयोजित किया गया है, जिसमें विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहे स्कायरीम इनोवेशन के कई मॉडल और टेक्नोलॉजी के इनके सीईओ संतोषकुमार मिश्रा और गुजरात हेड मोहित सींग ने बताया कि, विद्यार्थियों में विशेष करके साइंट एंड टेक्नोलॉजी, मेथेमेटीक्स, फीजिक्स, आर्टस, डिजाइनींग सहित के क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए यह फ्युचरीस्टीक टेक्नोलॉजी एक्जीबिशन काफी मार्गदर्शक बना रहा ऐसा है ।

Related posts

વિરમગામની નીલકી પ્રાથમિક શાળામાં ગણીત વિજ્ઞાન પ્રદર્શન યોજાયુ

aapnugujarat

હાલોલની શાળામાં શિક્ષકોએ બે વિદ્યાર્થીનું મુંડન કરી ફેરવ્યા

aapnugujarat

સરકારી કોલેજોની સંખ્યામાં ૨૨.૪ ટકા સુધી ઘટાડો થયો

aapnugujarat

Leave a Comment

UA-96247877-1