एक तरफ म्युनिसिपल प्रशासन द्वारा वेजलपुर वोर्ड में श्रेयस कॉम्प्लेक्स से मकरबा पुलिस हेड क्वार्टर्स तक के रोड को १२ मीटर के बजाय १८ मीटर चौड़ा करने का कामकाज कुछ दिन पहले ही पूरा किया गया है । जो अतिक्रमण हटाये गये है इसका मलबा अभी कायम है । दूसरी तरफ यह रास्ते पर मुख्य ड्रेनेज लाइन का सीसीटीवी कैमरे से डिसिल्टिंग करने के लिए ४६.२० लाख रुपये का बजट भी प्रशासन ने तैयार किया है ।
म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में ड्रेनेज लाइन का का सीसीटीवी कैमरे से डिसिल्टिंग भी एक प्रकार का आर्थिक घोटाला है । वेजलपुर वोर्ड का यह रास्ते को रोड प्रॉजेक्ट विभाग रिसरफेस करके मोनसून से पहले जनउपयोगी बनाये इसके पहले रास्ते को ड्रेनेज लाइन के डिसिल्टिंग के लिए खोदने का प्लान बनाया गया है । सोमवार को होनेवाली वॉटर सप्लाय कमिटी में नये पश्चिम जोन के इंजीनियर विभाग द्वारा यह विवादास्पद प्रस्ताव मंजूर करने के लिए रखा गया है । नये पश्चिम जोन के इंजीनियर विभाग ने वेजलपुर वोर्ड में ही हरण सर्कल से श्यामल क्रॉस रोड तक की मुख्य ड्रेनेज लाइन को भी सीसीटीवी कैमरे से डिसिल्टिंग के लिए ६९.०५ लाख रुपये का बजट तैयार किया है । जानकार सूत्र बताते है । पहले उत्तर जोन में सीसीटीवी से ड्रेनेज लाइन का डिसिल्टिंग का घोटाला गरमाया था । नरोडा वोर्ड में सांई टयूबवेल नाम के कॉन्ट्राक्टर को सीसीटीवी कैमरे सहित के अन्य साधन नहीं होने पर भी लाखों रुपये का काम सौंपा गया था । यह तो ठीक सीसीटीवी फूटेज बिना अधिकारियों ने प्रोग्रेस रिपोर्ट भर दिया था । शासक भाजपा को भी सीसीटीवी कैमरे के डिसिल्टिंग घोटाला की जानकारी है फिर भी कुछ कारणों की वजह से महीने में दो बार आयोजित की जाती वॉटर सप्लाय कमिटी में इस प्रकार के लाखों के काम रखे जा रहे है ।
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