वाराणसी के प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों के लिए नया ड्रेस कोड लाग किया गया है । अब मंदिर के गर्भगृह में तैनात पुलिस जवान खाकी वर्दी की बजाए धोती-कुर्ता पहनकर ड्यूटी देंगे । सोमवार से इसे लागू भी कर दिया गया । गर्भगृह के बाहर तैनात रहने वाले पुलिस पर यह नियम लागू नही होगा । बाबा के भक्तों के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य प्रफेसर चंद्रमौलि उपाध्याय ने पुलिस प्रशासन के इस निर्णय की सराहना की है । काशी विश्वनाथ मंदिर कैंपस और बाहरी हिस्से में सुरक्षा के मद्देनजर ३ चरणों में सैंकडों जवान रोज ड्यूटी देते हैं । गर्भगृह में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैनात पुलिस जवान वर्दी में और चमड़े की बेल्ट लगाए ड्यूटी देते रहे है । इसका लंबे समय से विरोध हो रहा था ।
बाबा के भक्तों का कहना था कि गर्भगृह में रहने वाले अर्चक सेवादार हों या पुलिस जवान, शुचिता के लिए ड्रेस कोड लागू होना ही चाहिए । मंदिर न्यास की बैठक में भी कई बार यह मसला उठा, लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका था । पुलिस प्रशासन ने जब इस दिशा में कदम उठाया है ।
ज्ञानवापी सुरक्षा प्रभारी एसपी शैलेंद्र कुमार राय ने बताया कि लंबे समय से चल रही प्रक्रिया के बाद गर्भगृह में तैनात जवानों के लिए नया ड्रेस कोड अनिवार्य कर इसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है ।
छह-छह घंटे की शिफ्त में छह-छह जवानों की ड्यूटी गर्भगृह में लगती है । इस तरह कुल १८ जवानों को पुलिस विभाग की ओर से धोती-कुर्ता उपलब्ध कराया गया है । इसे पहने पर ही जवान गर्भगृह में ड्यूटी पर रह सकेंगे । एसपी के मुताबिक मंदिर कैंपस और बाहरी इलाके में तैनात जवानों पर नया ड्रेस कोड लागू नहीं होगा ।