म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन का पूर्व जोन और दक्षिण जोन में पानी आपूर्ति कराती रास्का आधारित ६६ किलोमीटर लंबी शेढी नहर की रिपेरिंग का मामला पिछले २० दिन से चल रहा है । इस तरह राज्य सरकार के सिंचाई विभाग द्वारा शेढी नहर की रिपेरिंग का काम गत १ मार्च, २०१२ से शुरू होना था । लेकिन किसानों को सिंचाई के लिए १५ मार्च तक पानी उपलब्ध कराना जरूरी होने की वजह से रिपेरिंग काम स्थगित रखा गया था । शेढी नहर की रिपेरिंग के पीछे १४५ करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे । इसके लिए कॉन्ट्राक्ट भी दिया गया है ।
आगामी ग्रीष्मकालीन में पानी की भारी कमी पैदा हो सकती है ऐसा है । नर्मदा पानी की आपूर्ति आधारित कुछ हद तक अहमदाबाद की जल वितरण पद्धति होने से भरूच के पास नर्मदा बांध में पानी की कमी होने से प्रशासन चिंतित हो गया है । हररोज ११५० एमएलडी दिए जाने पर पानी की आपूर्ति में अकेले नर्मदा के स्त्रोत से कुल ७२० एमएलडी पानी की आपूर्ति मिलता है । जबकि रास्का शेढी नहर से हररोज २०० एमलडी पानी की आपूर्ति मिलती है । इसमें भी गत गर्मी के सिजन जैसे इस गर्मी के सिजन में शेढी नहर की रिपेरिंग का मामला उठाया गया है । गत गर्मी के सिजन में तो पूर्व जोन और पश्चिम जोन में पानी की कमी पैदा होने पर कुछ ही दिनों में शेढी नहर को फिर से शुरू किया गया था लेकिन इस बार तो सिंचाई विभाग द्वारा कुल १४५ करोड़ रुपये के विभिन्न काम के वर्कऑर्डर भी संबंधित कॉन्ट्राक्टर को दिया गया है । १५ वर्ष के बाद शेढी नहर की रिपेरिंग काम शुरू होने की वजह से सिंचाई विभाग इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए दृढ़ है । सिंचाई विभाग के सूत्र बताते है शेढी नहर के कच्चा तटबंध में छह महीने में चार बार छेद होने पर आसपास के खेत में पानी आने से फसल को नुकसान पहुंचाती है ।