दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने सोमवार को एक सनसनीखेज स्टिंग जारी किया, जिसमें दावा किया गया है कि कांग्रेसी नेता जगदीश टाइटलर ने १९८४ के सिख दंगो में हाथ होने की बात स्वीकार की । कमिटी अध्यक्ष और शिरोमणी अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत सिंह जीके ने मीडिया के सामने ५ विडियो क्लिप जारी किए । कमिटी का कहना है कि इन विडियो में टाइटलर १९८४ में कथित तौर पर १०० सिखों का कत्ल करने की बात कह रहे है । कमिटी के जनरल सेक्रटरी मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस कबूलनामे के आधार पर सरकार से तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है । जीके ने बताया, कि ३ फरवरी २०१८ को दोपहर के समय उन्हें एक लिफाफा मिला था । पांच विडियो की इस श्रृंखला में जगदीश टाइटलर को कथित तौर पर १०० सरदारों के कत्ल किए जाने की बात को कबूलते हुए देखा जा सकता है । उन्होंने कहा, मैं यह पेन ड्राइव सीबीआई के हवाले करूंगा और कहूंगा कि जां करें कि वास्तविकता क्या है । जीके ने यह भी कहा है कि एक विडियो में टाइटलर अपने मित्रों से अपने १५० करोड़ रुपये नगद वापस न मिलने पर अफसोस जता रहे है । बता दें कि २०११ की बताई जा रही इन क्लिपों में जगदीश टाइटलर को यह कहते हुए सुना जा रहा है कि उन्हें कांग्रेस आलाकमान से राज्यसभा की सीट या मुख्यमंत्री पद का आश्वासन मिला है ।
विडियो सामने आने के बाद दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी सरकार से न्याय की मांग कर रही है । जीके के मुताबिक, इस संबंध में सीबीआई, दिल्ली पुलिस, सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाई कोर्ट समेत सभी संबंधित जांच एजेंसियों को पत्र भेजा जा चुका है । बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री आरपी सिंह ने अडिशनल पुलिस कमिशनर नई दिल्ली के सामने जगदीश टाइटलर के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई है ।