पाटीदार आरक्षण समिति के राष्ट्रीय कन्वीनर हार्दिक पटेल की अगुवाई के तहत आगामी ३० दिसम्बर को बोटाद में चिंतन शिबिर का आयोजन किया गया है । इस चिंतन शिबिर में पास की नई कोर कमिटी की रचना की जायेगी जिसमें फिलहाल के नौ सदस्यों के ढांचे के बजाय सदस्य संख्या बढ़ाकर २१ या ३१ की जायेगी । पास के गुजरात के संगठन प्रभारी दिलीप साबवा कहते है, पास की कोर टीम के नौ सदस्यों में से ललित वसोया और किरीट पटेल विधायकपद पर चुने गये है । जबकि दिनेश बांभणिया ने इस्तीफा दिया है और वरूण पटेल तथा रेशमा पटेल भाजपा में शामिल होने की वजह से बोटाद की चिंतन शिबिर में नई कोर कमिटी की रचना की जायेगी । दिनेश बांभणिया को कोर कमिटी में शामिल करना या कि नहीं इस बारे में पास के करीब १५०० कन्वीनर और पदाधिकारियों प्रस्ताव पारित करके निर्णय करेंगे । पास में अब के बाद जिला और तहसील स्तर की कमिटी का गठन किया जाएगा । जिसमें ११ या २१ सदस्य शामिल होंगे । हालांकि संबंधित कमिटी के मुख्य पदाधिकारी को प्रमुख जिसका नाम देने के बजाय समाज अग्रणी जैसे पद दिए जायेंगे । सूरत और मेहसाणा जैसे शहरी क्षेत्र में इस आंदोलन में ज्यादा तेजी लाने के लिए विशेष जोर दिया जाएगा । पाटीदार प्रभावित गांवों की मुलाकात ली जायेगी । यह बताते हुए दिलीप साबवा ने आगे बताया है कि, हार्दिक पटेल को जेल होने के १० दिन बाद बोटाद की चिंतन शिबिर आयोजित हुई थी और अब फिर से बोटाद में चिंतन शिबिर का आयोजन किया जाएगा । सुबह में ८ से ५ बजे तक यह शिबिर को आयोजित किया जाएगा और शिबिर के आयोजन पहले सारंगपुर में हनुमानजी का दर्शन किया जाएगा । यदि हार्दिक को जेल में भेजा गया तो सभी जिले में आंदोलन होगा ऐसी चेतावनी भी उन्होंने दी थी ।