विधानसभा चुनाव गुजरात में है लेकिन इसमें किसको कितनी सीटें मिलेगी इसके अनुमान राजस्थान में लगाए जा रहे हैं । दरअसल पुरे देश में कहीं भी होने वाले चुनावों के समय राजस्थान का सट्टा बाजार चर्चा में रहता है । राजस्तान के फलौदी और बीकानेर के सटोरियों के मुताबिक इस बार भी गुजरात में सत्तारूढ पार्टी भाजपा की ही जीत होगी लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में सीटें घटेंगी । बता दे कि राजस्थान के सट्टा बाजार में यूपी विधानसभा चुनाव के समय भी सौदेबाजी हुई थी लेकिन उस वक्त सटोरियों का पूरा गणित फेल हो गया था । सटोरियों ने यूपी चुनाव में भाजपा को १९२ से २०० सीटें मिलने का अनुमान लगाया था लेकिन भाजपा को ३२५ सीटों का प्रचंड बहुमत मिला था । इससे सट्टा मार्केट में एक चौधाई की गिरावट द्रज की गई थी । एक सटोरियें के मुताबिक पिछली बार का अनुमान गलत होने की वजह से इस बार लोग कम रुपयों में सट्टा लगा रहे है जिसकी सीमा हजार रुपये तक में होगी जबकि यूपी चुनाव में करोडों की राशि में सट्टा लगाया गया था । गुजरात चुनाव में सटोरियों के मुताबिक भाजपा को १०७ से ११० सीटें मिलेंगी वहीं कांग्रेस को ७० से ७२ सीटें मिलेंगी । जबकि २०१२ में गुजरात विधानसभा की १८२ सीटों में भाजपा को ११५ सीटें और कांग्रेस को ६८ सीटें मिली थी । इस बार भाजपा के लिए ५० पैसा और कांग्रेस के लिए २ रुपये का रेट हैं । सीटोें की संख्या के संदर्भ में रुझान बदलते रहेंगे । वहीं अभी भाजपा की जीत पर भी थोडा सा संदेह है । माना जा रहा है कि पीएम मोदी की गुजरात में आयोजित रैलियों के बाद रूझान में बदलाव होगा । एक दूसरे सटोरिये ने बताया, रेगुलर सट्टेबाज चुनाव से पहले की हलचल पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और सुरक्षित खेल खेल रहे है । बाजार इस समय सुस्त है और दिसंबर के पहले हफ्ते में इसकी रफ्तार और सट्टे की राशि बढने की संभावना हैं । गुजरात चुनाव में जहां परिणामों को लेकर सट्टेबाजी हो रही है वहीं हिमाचल प्रदेश चुनाव में सटोरियों का इंट्रेस्ट न के बराबर है । एक सटोरियें ने बताया कि गुजरात चुनाव का सीधा संबंध पीएम नरेन्द्र मोदी और उनके गृह जनपद से हैं, इसलिए गुजरात को लेकर बाजार गर्म है । वहीं हिमाचल को लेकर सट्टा बाजार फीका है ।