गुजरात में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद सभी राजनैतिक पार्टियां अपनी अपनी तैयारी और गिनती में व्यस्त हो चुकी है । पुराने आंकडो पर नजर की जाए तो कांग्रेस और भाजपा के मत शेयर में औसतन १० फीसदी का अंतर देखने को मिला है । जो दर्शाता है कि गुजरात विधानसभा के चुनावों में भाजपा के प्रति मतदाताओं का झुकाव रहा है । इस बार स्थिति क्या होगी उसको लेकर राजकीय पंडितों में बहस छिड चुकी है । साल २००७ और साल २०१२ के चुनावो पर ध्यान दिया जाए तो भाजपा और कांग्रेस के बीच मतशेयर में औसतन अंतर १० फीसदी रहा है । २००७ में भाजपा की मत हिस्सेदारी ४९.१२ फीसदी और कांग्रेस की मत हिस्सेदारी ३८ फीसदी रही थी । जबकि अंतर ११.१२ फीसदी रहा था । इसी तरह साल २०१२ में हुए चुनाव में भाजपा को ११५ सीटें मिली थी और मत शेयर की हिस्सेदारी ४७.८५ फीसदी रही थी जबकि कांग्रेस की मत शेयर हिस्सेदारी ३८.९३ रही थी और औसतन अंतर ८.९२ रहा था । गुजरात विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराए जाएंगे । पहले चरण का चुनाव ९ दिसंबर (८९ विधानसभा सीटों के लिए), जबकि दुसरे चरण का चुनाव १४ दिसंबर (९३ विधानसभा सीटों के लिए) को होगा । गुजरात और हिमाचल प्रदेश, दोनों जगह वोटों की गिनती १८ दिसंबर को होगी । गुजरात चुनावों में इस बार ५०,१२८ पोलिंग बुथ बनाए गए है । गोवा के बाद हिमाचल और गुजरात ऐसे राज्य होंगे जहां चुनावों में शतप्रतिशत वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा । लोगों की सुविधा के लिए एक मोबाइल ऐप होगा, जिसपर चुनाव से जुडी शिकायतें की जा सकेंगी । उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के लिए भी एक सुविधा ऐप होगा । इसके अलावा चुनावों के दौरान एक ई एटलस भी रहेगा, जिसपर रियल टाइम अपडेट्स मिलेंगे । कैंडिडेट ऐफिडिवेट में कोई भी फोम ब्लैंक नहीं छोडेगा ।
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