हर घर में बिजली पहुंचाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा शुरु की गई सौभाग्य योजना का सबसे ज्यादा यूपी को होगा । इस योजना से यूपी के करीब १.६० करोड़ घरों तक बिजली पहुंचेगी । ऑल इंडिया पावर इंजिनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे के मुताबिक इस योजना के तहत देश में ४.५ करोड़ घरों तक बिजली पहुंचाई जानी हैं । इनमें करीब ४० प्रतिशत घर अकेले यूपी से हैं । केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक यूपी के ७१ प्रतिशत घरों में अभी तक बिजली कनेक्शन नहीं पहुंचा हैं । सरकार को उर्जा नीति में बदलाव करना चाहिए, ताकि सबको किफायती दरों पर बिजली मिले । अभियता संघ के महासचिव राजीव सिंह ने बताया कि देश में बिजली उत्पादन क्षमता ३.३० लाख मेगावाट हैं, जबकि बिजली की मांग १.५० लाख मेगावॉट हैं । इसके बाद भी करोड़ों घरों मंे बिजली नहीं हैं । ऑल इंडिया पावर इंजीनियरिग फेडरेशन ने सौभाग्य योजना का स्वागत किया हैं । साथ ही मांग की हैं कि योजना की सफलता के लिए राज्य सरकार निजी घरानों पर निर्भरता खत्म कर सार्वजनिक क्षेत्र को मजबूत करें । अभियंता संघ के अध्यक्ष जीके मिश्र ने कहा कि इश क्रांतिकारी योजना का पूरा दारोमदार सार्वजनिक क्षेत्र पर हैं । क्योंकि योजना से सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण इलाको को होगा । ग्रामीण इलाकों में बिजली वितरण करने वाली कंपनियों को ४ से ५ रुपये प्रति यूनिट का घाटा होगा और निजी क्षेत्र की कंपनियां इसे नहीं करेंगी । ऐसे में सरकार को सरकारी क्षेत्र की कंपनियों को मानव संसाधन और सामग्री की द्दष्टि से मजबूत करना होगा ।