अहमदाबाद शहर के पांच अलग-अलग स्थलों पर स्कायवोक सिस्टम से पांच ओवरब्रिज बनाने का प्रस्ताव आज से सात वर्ष पहले पेश की गई थी । जिसमें राहगीरों के लिए एक्सेलेटर की भी सुविधा रखी गई थी । लेकिन यह ब्रिज पर रखी जानेवाली विज्ञापनों की आय प्रश्न पर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन और कॉन्ट्राक्टर के बीच मतभेद पैदा होने पर आखिर में यह पूरी योजना को प्रशासन द्वारा पेन्डिंग में डाल दिया गया है । इस बारे में जानकारी है कि, वर्ष-२०१० में शहर में बढ़ रहा ट्राफिक की समस्या को नियंत्रित करने के लिए शहर के कालुपूर रेलवे स्टेशन सहित अन्य क्षेत्रों में स्कायवोक सिस्टम से ओवरब्रिज बनाने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया था । शहर के स्टारबाजार क्रॉस रोड, जोधपुर, सहजानंद क्रॉस रोड, मणिनगर रेलवे स्टेशन, शिवरंजनी क्रॉस रोड और नारोल क्षेत्र में भी इस पद्धति से ब्रिज बनाने के लिए नीविदा भी जारी किया गया था । १८ मार्च से-२०१० से १४ सितम्बर-२०१० तक यह नीविदा मामले में म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन और ऑफर करनेवाले कॉन्ट्राक्टर के बीच ब्रिज पर रखी जानेवाली विज्ञापनों की आय को लेकर लंबा विवाद होने पर आखिर में यह योजना को पेन्डिंग में डाल दिया गया है । इस बारे में म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के रोड प्रोजेक्ट के इंजीनियर हितेश कॉन्ट्राक्टर की मिली प्रतिक्रिया के अनुसार, यह आयोजन फिर से प्रशासन द्वारा शुरू किया जा सके ऐसा है । दूसरी तरफ म्युनिसिपल प्रशासन की तरफ से की जाती कई विज्ञापन इतने हद तक फ्लोप साबित होती है इसका और एक उदाहरण है कि, म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा बजट में गत वर्ष शहर में बीआरटीएस बसस्टोप में कॉफी हाउस बनाने की घोषणा की गई थी । जिसमें शहर के मणिनगर, शिवरंजनी में कॉफी हाउस बनाने की घोषणा अभी तक सिर्फ कागज पर ही रह गई है । इसके अलावा शहर में बीआरटीएस कोरिडोर पर कोरो के बस चलाने की घोषणा की १.५ करोड़ के बजट की आवंटित इस प्रकार की बस के लिए की गई थी ।