सीबीएसई स्कूलों में चलाया जाता एनसीईआरटी (नेशनल काउन्सिल ऑफ एज्यूकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग) का कोर्स अब आगामी शैक्षणिक वर्ष २०१८-१९ से राज्य की सभी प्राथमिक स्कूलों में कक्षा-१ और कक्षा-३ और कक्षा-६ में पढ़या जाएगा । हालांकि फिलहाल में लागू हुई शिक्षानीति के अनुसार कक्षा-१ से ८ में राज्य पाठयपुस्तक मंडल के भाषा के पुस्तकों को पढ़ाया जाएगा । कक्षा-१ और २ में पर्यावरण विषय पढ़ाया जाता है, यह स्वतंत्र पाठयपुस्तक नहीं है, लेकिन भाषा और गणित के पुस्तकों के पर्यावरण विषय रखे जाते है । इसी वजह से कक्षा-१ और २ में एनसीईआरटी के पुस्तक का गुजराती में अनुवाद करके पर्यावरण के विषय का अलग पाठयपुस्तक वर्ष २०१८-१९ से लागू होगा । इसके अलावा कक्षा-६ से ८ में विज्ञान का विषय भी एनसीईआरटी के पुस्तक का अनुवाद करके आगामी वर्ष में पढ़ाया जाएगा । कक्षा-१ से ८ में गणित का विषय आगामी वर्ष से यही पेटर्न के अनुसार रहेगा । गणित और विज्ञान सिवाय के विषयों की कार्यान्वयन में आगामी वर्ष में कक्षा १-३ और ६, वर्ष २०१९-२० में कक्षा २,४ और ७ और वर्ष २०२०-२१ में कक्षा-५ और ८ के भाषा सिवाय के सभी पाठयपुस्तक एनसीईआरटी के अनुसार पढ़ाया जाएगा । विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होती नीट जैसी परीक्षा के लिए प्राथमिक शिक्षा से तैयार हो सके इसके लिए यह निर्णय लिए गए होने का शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया था । आगे पढ़ाई करने के लिए अन्य एन्ट्रन्स टेस्ट की तैयारी के लिए विद्यार्थी मानसिक रूप से तैयार रहे तथा निजी स्कूलों के विद्यार्थी की तुलना में पीछे नहीं रह जाए इसके लिए यह वर्ष राज्य की ५७ स्कूलों में एनसीईआरटी का कोर्स पढ़ाने का पाइलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है । इस वर्ष के अंत तक में कक्षा-१,३ और ६ के भाषा सिवाय के सभी पुस्तक गुजराती में तैयार किया जाएगा ।
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