शहर के पीपलज गांव के पास पीराणा रोड पर स्थित चीरीपाल इंडस्ट्री में अक्सर आग की घटनाएं हो रही है । डेढ़ वर्ष में चीरीपाल इंडस्ट्री के अलग-अलग इकाई में तीन बार आग की घटनाएं हुई हैं । गत दिन देर रात को चीरीपाल इंडस्ट्री में आग लगने पर भारी भगदड़ मच गई थी । फायरब्रिगेड की टीम ने समय से घटना स्थल पर पहुंचकर आग को काबू में लिया था । अक्सर चीरीपाल इंडस्ट्री में आग लगने की घटना ने फायरब्रिगेड तथा पुलिस अधिकारियों में चर्चा का विषय बन गया है । चीरीपाल द्वारा इन्डस्ट्रीयल सेफ्टी के कोई नियम का पालन नहीं किया जाता है । जिसकी वजह से अक्सर चीरीपाल के किसी न किसी औद्योगिक इकाई में आग लग रही होने का आरोप फायरब्रिगेड के उच्च अधिकारी कर रहे है । गत दिन पीपलज में चीरीपाल की नंदनटेरी यूनिट में आग लगी थी । फायरब्रिगेड का एक फायर फाइटर और तीन वोटर टेन्कर द्वारा आग को काबू में लिया गया था । उल्लेखनीय है कि पिछले डेढ़ वर्ष में चीरीपाल इंडस्ट्री में तीन बार आग लगी है । इसके पहले भी कई बार चीरीपाल में आग की घटनाएं हुई है लेकिन आज दिन तक किसी वैज्ञानिक तरीके से जांच करके आग लगने के पीछे का कारण ढूढ़ा नहीं जाता है । तीनों आग की घटना में सबसे महत्व की बात यह है कि रात को ८ बजे के बाद चीरीपाल इंडस्ट्री में आग लगती है । इस मामले में फायरब्रिगेड के चीफ ऑफिसर एमएफ दस्तूर ने बताया है कि चीरीपाल में हर छह महीने में आग की घटनाएं होती है । फायरब्रिगेड के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चीरीपाल इन्डस्ट्रीज द्वारा कई नियमों का भंग किए जाते होने की बात राज्य के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन से लेकर अहमदाबाद शहर के मेयर और कमिशनर तक के सभी जानते होने के बावजूद भी जब कदम उठाने की बात की जाती है उस समय में राजनीतिक दवाब बनाया जाता है । चीरीपाल द्वारा इन्डस्ट्रीयल सेफ्टी के कोई नियमों का पालन नहीं किया जाता है यह सपने जैसी बात होने पर भी हरएक समय में कोई समस्या आगे आ जाती है ।