अहमदाबाद शहर में इस वर्ष की मोनसून की मौसम में कुल मिलाकर ३५ इंच बारिश हो गई है यह बारिश की वजह से शहर में कुल मिलाकर २०२ किलोमीटर के रास्ते धुल गये है । सबसे आश्चर्यजनक बात तो यह है कि शहर के धनिक क्षेत्र के तौर पर जिसकी गिनती की जा रही है ऐसे धनिक क्षेत्रों में ही रिसरफेस किए गए रास्ते १५ महीने में पांच से छह बार टूट गये है । इस बारे में जानकारी यह है कि, शहर में गत २५ जून से मोनसून का शुरूआत हुई है । जिसमें अभी तक में कुल मिलाकर ३५ इंच बारिश हुई है । दूसरी तरफ गत महीने में यानी कि जुलाई महीने में शहर का यह मौसम का सबसे ज्यादा बारिश हुई थी, जिसकी वजह से शहर में अभी तक में सभी मिलाकर कुल मिलाकर २०२ किलोमीटर के रास्ते धुल गये है । शहर के मेयर गौतम शाह और स्टेन्डिंग कमिटी के चेयरमैन प्रवीण पटेल द्वारा गत शनिवार को शहर के रोड बनानेवाले तीन कॉन्ट्राक्टरों को ब्लेकलिस्ट करने की घोषणा करके कार्यवाही करके संतुष्ट हो गये है । लेकिन सच्चाई यह है कि, शहर में धनिक माने जाते बोडकदेव, थलतेज और गोता सहित के वोर्ड में रिसरफेस किए गए रास्ते पांच से छह बार टूट गये है यह मामले को मेयर या चेयरमैन द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया है । जो रास्ते रिसरफेस किए गए उसके बाद पांच से छह बार टूट गये है इसमें म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा मुख्य ऐसे ४८ रास्तों को शामिल किया गया है जबिक अन्य रास्तों को नजरअंदाज किया गया है । टूटे हुए रास्तों में मेयर गौतम शाह और पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबहन पटेल के मत क्षेत्र के रास्ते शामिल है । बोडकदेव वोर्ड में गैसलाइन, बिजली कंपनी या अन्य प्रोजेक्ट के काम के लिए खोदा गया और पांच बार यह रोड रिसरफेस किया गया फिर भी बारिश में फिर से टूट गये है । गोता और थलतेज वोर्ड में भी मोबाइल कंपनी और अन्य कामकाज को लेकर रिसरफेस हुए रोड छह बार टूट गये है । यह सभी गैरन्टी पीरियड में टूट गये है । इसके साथ ही चंद्रगार्डन से शांतिवन, एनआईडी से रिवरफ्रन्ट तक, अमीकुंज रोड, नारणपुरा गाम रोड, रामापीर का टेकरा, राणिप से निर्णयनगर तक, सुविधा से भीमनाथ महादेव तक का रोडयह सभी रास्ते ऐसे है जो बनने के बाद पांच से छह बार टूट गये है ।
પાછલી પોસ્ટ