लखनऊ के तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन भाजपा के राष्ट्राध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस दौरान बिहार में जेडीयू के साथ सरकार बनाने से लेकर पनामागेट मामले के सवालों पर जवाब दिये । शाह ने केन्द्र की मोदी सरकार के तीन साल में हासिल की गई उपलब्धियां भी गिनाई और यूपीए के १० साल की सरकार को घोटाले से भरपूर करार दिया । उन्होंने कहा कि बीते ३ सालों में देश की जनता परिवर्तन महसूस कर रही हैं । अमित शाह ने कांग्रेस को घपले वाली सरकार बताया और कहा कि ३ साल में नरेन्द्र मोदी के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा हैं । शाह ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने अपने १० साल के कार्यकाल मंे १२ लाख करोड़ रुपये के घोटाले किए थे । उन्होंने कहा कि २०१९ में और मजबूती के साथ भाजपा सरकार बनाएगी । गुजरात मंे उपजे कांग्रेस संकट को लेकर भाजपा पर लग रहे आरोपों पर शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अपने विधायकों को बेंगलुरु के कमरों में क्यों बंद कर रखा हैं । बिहार में दल तोड़ने के सवाल पर भी शाह ने तल्ख अंदाज में कहा कि बिहार में हमने कोई दल नहीं तोड़ा है, नीतीश कुमार ने खुद इस्तीफा दे दिया । क्योंकि वह भ्रष्टाचार वाली सरकार के साथ नहीं रहना चाहते थे तो क्या मैं बंदूक लेकर उन्हें सरकार बनाए रखने को कहता । बता दें कि विपक्ष बार बार भाजपा पर उनके विधायक तोड़ने का आरोप लगा रहा हैं । शाह से जब यह पूछा गया कि वह जहां भी जा रहे हैं । वहां विपक्षियों या मौजूदा सरकार के विधायक टूट रहे हैं तो उन्होंने जवाब दिया । मैं तेलंगाना जाकर आया क्या टूटा । मैं ओडिशा गया, हिमाचल गया, जम्मू कश्मीर गया, क्यां क्यां टूटा । मैं दलित के यहां गया वह हमारा कार्यकर्ता हैं, मैं सोनू यादव के वहां गया वह भी हमारा कार्यकर्ता हैं । हम हमारे कार्यकर्ता के वहां गए इसमें सियासत नहीं की जानी चाहिए ।