Aapnu Gujarat
ગુજરાત

साबरमती नदी में ५०,००० क्युसेक पानी छोड़ा गया

राज्य के उत्तर गुजरात में हो रही भारी बारिश तथा उपरवास से लगातार हो रही पानी की आय की वजह से धरोई बांध के स्तर में वृद्धि होने पर साबरमती नदी में ५०,००० क्युसेक पानी छोड़ने का निर्णय किया गया है । जिसकी वजह से अहमदाबाद के फतेवाडी, दस्क्रोई और वटवा के लोगों का स्थानानांतर शुरू किया गया है । मंगलवार को रात में १० बजे तक में साबरमती नदी में धरोई से छोड़ा जानेवाला ५०,००० क्युसेक पानी पहुंचने की सूचना की वजह से अहमदाबाद जिला कलेक्टर और म्युनिसिपल प्रशासन को अलर्ट का आदेश दिया गया है । इसके अलावा साबरमती रिवरफ्रन्ट वोक-वे बंद करके फायर के जवानों को तैनात किया गया है । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश और उपरवास से पानी की हो रही आय की वजह से उत्तर गुजरात में आये धरोई बांध के स्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है । राज्य के सिंचाई विभाग के सूत्रों की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, धरोई बांध में दोपहर में पानी का स्तर दोपहर में तीन बजे ६११.१५ फीट दर्ज की गई थी । फिलहाल धरोई बांध में पानी की आय एक लाख ४५ हजार क्युसेक हो रही है जिसकी वजह से रात को १० बजे के करीब बांध का स्तर बढ़कर ६१७ फीट पर पहुंचेगी । इस परिस्थिति में अहमदाबाद शहर से गुजरती साबरमती नदी में ५०,००० क्युसेक पानी छोड़ा जाएगा । सिंचाई विभाग की यह सूचना के बाद अहमदाबाद जिला कलेक्टर प्रशासन और अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के प्रशासन को अलर्ट के आदेश दिए जाने पर जिला के फतेवाडी, दस्क्रोई और वटवा रामापीर के टेकरा सहित के निचलेवाले क्षेत्र में रहते लोगों को सुरक्षित स्थल पर चले जाने की चेतावनी दी गई है । इसके साथ ही प्रशासन की तरफ से फतेवाडी क्षेत्र से ३५० लोग और दस्क्रोई क्षेत्र से १५० लोगों को सुरक्षित स्थल पर भेजा गया है । इसके अलावा शहर के वटवा और रामापीर के टेकरा सहित के निचलेवाले क्षेत्र में रहते लोगों को सुरक्षित स्थल पर चले जाने के लिए प्रशासन द्वारा चेतावनी दी गई है ।

 

Related posts

નવો એડમિરાલીટી (નૌકાવહન) કાયદો, અંગ્રેજોના યુગના કાયદાને સમાપ્ત કરશેઃ કેન્દ્રીય મંત્રીશ્રી મનસુખ માંડવિયા

aapnugujarat

અનંત ચતુર્દશી પર વિસર્જન માટે ૩૪ કુંડની વ્યવસ્થા

aapnugujarat

નર્મદા જિલ્લામાં વિવિધ કેન્દ્રો ખાતે યુરીયા ખાતરનો પુરતો જથ્થો ઉપલબ્ધ

aapnugujarat

Leave a Comment

UA-96247877-1