Aapnu Gujarat
રાષ્ટ્રીય

हमारा संविधान सबसे पवित्र ग्रंथ : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि हमारा संविधान हमारे लिए सबसे बड़ा और पवित्र ग्रंथ है। हमारा संविधान इतना व्यापक इसलिए है, क्योंकि उसने बाहर के प्रकाश के लिए अपने खिड़कियां खुली रखी हैं। अपनी गलतियों की वजह से हमने आजादी भी खोई है और गणतंत्र का चरित्र भी खो दिया था। बाबा साहब ने पूछा था कि हमें आजादी भी मिल गई, गणतंत्र भी हो गए। क्या हम इसे बनाए रख सकते हैं? क्या अतीत से हम सीख ले सकते हैं? बाबा साहब अगर होते तो उनसे अधिक प्रसन्नता शायद ही किसी को होती। भारत ने इतने वर्षों में उनके सवालों का उत्तर दिया और अपने लोकतंत्र को आज समृद्ध किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संविधान की भावना अटल और अडिग रही है। अगर इसके साथ कभी कुछ इस तरह के प्रयास हुए भी हैं तो देशवासियों ने इसे असफल किया है।
हमारे संविधान की मजबूती के कारण ही हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत की दिशा में आगे बढ़ पाए हैं। हमने तमाम सुधार संविधान की मर्यादा में रहकर किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अधिकारों और कर्तव्यों के बीच के इस रिश्ते और इस संतुलन को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने बखूबी समझा था। आज जब देश पूज्य बापू की 150वीं जयंती का पर्व मना रहा है तो उनकी बातें और भी प्रासंगिक हो जाती हैं। हमारा संविधान वैश्विक लोकतंत्र की सर्वोत्कृष्ट उपलब्धि है। यह न केवल अधिकारों के प्रति सजग रखता है बल्कि हमारे कर्तव्यों के प्रति जागरूक भी बनाता है। एक नागरिक होने के नाते हम हम वो करें जिससे हमारा देश बढ़े, राष्ट्र, शक्तिशाली हो।

Related posts

પત્ની ‘જાડી’ હોવાથી તલાક આપતાં પતિની ધરપકડ

aapnugujarat

અયોધ્યા જમીન વિવાદ કેસને મધ્યસ્થી મારફતે ઉકેલવા સુપ્રીમનો આદેશ

aapnugujarat

અહેમદ પટેલ-તેમના પરિવાર ઉપર ઇડીની તપાસની તલવાર

aapnugujarat

Leave a Comment

UA-96247877-1