केंद्र ने फिर दावा किया है कि देश में रोजगार के मौकों की कोई कमी नहीं है, अलबत्ता पदों के मुताबिक पर्याप्त कौशल प्राप्त उम्मीदवारों की कमी जरूर है । केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने स्पष्ट कहा कि खासकर उत्तर भारत में अच्छी शिक्षा प्राप्त युवाओं की कमी है । उन्होंने कहा, देश में रोजगार की कमी नहीं है । हमारे उत्तर भारत में जो रिक्रूटमेंट करने आते हैं, वो इस बात का सवाल करते हैं कि जिस पद के लिए हम रख रहे हैं, उस क्वॉलिटी का व्यक्ति हमें कम मिलता है । गंगवार ने अपने संसदीय क्षेत्र बरेली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि चूंकि वह रोजगार मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे हैं, इसलिए उनको हकीकत पता है । उन्होंने कहा कि अखबार में रोजगार को लेकर किए जा रहे दावे सही नहीं हैं ।
स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री ने कहा, आजकल अखबारों में रोजगार की बात आ रही है । हम इसी मंत्रालय को देखने का काम कर रहे हैं और रोज ही इसको मॉनिटर करने का काम करते हैं । जो बात हमारी समझ में आई है, मैं इतना ही कह सकता हूं कि देश के अंदर रोजगार की कमी नहीं है । केंद्रीय मंत्री ने दावा किया है कि रोजगार की कमी नहीं है, बल्कि बहुत अवसर हैं । उन्होंने रोजगार देने के सरकारी प्रयासों का भी जिक्र किया । गंगवार ने कहा, रोजगार बहुत है और रोजगार दफ्तरों के अलावा हमारा मंत्रालय भी अलग से इसे मॉनिटर कर रहा है । मैं इतना ही कह सकता हूं कि रोजगार की समस्या नहीं है । गौरतलब है कि केंद्र सरकार रोजगार सृजन के मामले में लगातार घिरती दिख रही है । ८ नवंबर, २०१६ को घोषित नोटबंदी की चपेट में आकर भारी संख्या में नौकरियां जाने की खबरें आईं । तब से यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है । भारत सरकार के सांख्यिकी विभाग ने भी जारी आंकड़े में इसकी पुष्टि हुई । लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद जारी रिपोर्ट में विभाग ने बताया था कि पिछले ४५ वषोर्ं में बेरोजगारी की दर सबसे अधिक है । अभी ऑटो सेक्टर में मंदी के कारण भी नौकरियां जाने की खबरें आ रही हैं ।
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