हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद आज इस्तीफा देने की संभावना को खारिज कर दिया और कहा कि उनकी सरकार ने संयम से काम लिया और वह इसके काम से संतुष्ट हैं । डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद पिछले हफ्ते हरियाणा में हुई हिंसा पर शाह को रिपोर्ट देने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में खट्टर ने कहा कि नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा । विपक्ष ने आरोप लगाया था कि उनकी सरकार डेरा मामले को ठीक से संभाल नहीं पाई जिसके कारण बड़े पैमाने पर हिंसा फैली । इसके बाद से अटकले लग रही थी कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उन्हें हटा सकता हैं । इसी से संबंधित सवालों के जवाब में खट्टन ने यह कहा । हिंसा में कम से कम ३८ लोग मारे गए , ज्यादातर मौत पुलिस की गोलीबारी में हुई । खट्टर ने कहा कि उनकी सरकार ने संयम से काम लिया क्योंकि उनका पहला उद्देश्य हरियाणा के पंचकुला मंे स्वयंभू बाबा की अदालत में पेशी सुनिश्चित करना था । सरकार की कार्रवाई को उचित ठहराते हुए खट्टर ने कहा कि २५ अगस्त को डेरा प्रमुख के विशेष सीबीआई अदालत में पेश होने से पहले कुछ हो जाता तो गुरमीत सिंह को अदालत में नहीं आने के लिए एक वजह मिल सकती थी । उन्होंने कहा कि हमने संयम से काम लिया और अपने लक्ष्य को पाया । इस्तीफे की मांग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कोई भी कुछ भी कह सकता हैं । हम अपने काम से संतुष्ट हैं, हमने जो किया सही किया ।