भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी पार्टी के साथ जाने का रास्ता खुला रखा हैं । लालू के कुछ वरिष्ठ सहयोगी केन्द्र सरकार में शामिल भाजपा के कुछ बड़े नेताओं से मिले । पहले दिन से ही नीतीश कुमार, लालू प्रसाद का गठबंधन आसान नहीं रहा हैं । उनके बीच कोई मेल नहीं हैं ।ना तो उनके केमेस्ट्री अच्छी है, न उनकी सोच मिलती है । १७ महीनों की सरकार में कई मुश्किले रही । यह सरकार अब तक आपसी झगड़े की वजह से कोई बोर्ड या कमीशन नहीं बना पाई हैं । पिछले ९ महीनों से सारे ट्रांसफर, पोस्टिंग लटके हुए है, क्योंकि कई सारे दागी अफसरों की तैनाती लालू अपने हिसाब से कराना चाहते हैं । मैं नीतीश का मिजाज और उनकी कार्यशैली जानता हूं, वह लालू के साथ कभी सहज नहीं हो सकते । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पाकिस्तान दौरे, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी जैसे बड़े कदमों का नीतीश समर्थन कर चुके हैं । अब उन्होंने भाजपा के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का भी समर्थन किया हैं । उन्होंने कांग्रेस को संदेश दिया है कि वह उनकी हां में हां मिलाने वाले नहीं हैं । इनकम टैक्स अधिकारियों ने चार प्रोपर्टी को कब्जे में लिया है, इनमें से तीन लालू के बेटे तेजस्वी से जुड़ी हैं । इनकम टैक्स डिपार्टमेन्ट ने मीसा भारती को इस बारे में नोटिस दिया है कि वह बताएं कि कैसे उन्होंने ये प्रोपर्टी बनाई और पूरी संभावना हैं . तेजस्वी को भी ऐसा ही नोटिस जारी किया जाएगा । अपनी कमाई के बारे में सफाई देने के लिए उपमुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें इनकम टैक्स के सामने हाजिर होना पड़े, ऐसी हालत में उन्हें इस्तीफे दे देना चाहिए । अगर वह इस्तीफा नहीं देते हैं, तो नीतीश कुमार उन्हें बर्खास्त करने के लिए मजबूर होंगे ।