अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने भारत को अफगानिस्तान का सबसे भरोसेमंद क्षेत्रीय सहयोगी बताया हैं । अमेरिकी कांग्रेस के सामने पेश की गई अपनी ताजा अफगान रिपोर्ट में पेंटागन ने यह बात कही हैं । अफगान मुद्दे पर ट्रंप प्रशासन की इस पहली रिपोर्ट में भारत को न केवल काफी तरजीह दी गई है, बल्कि अफगानिस्तान में उसकी भूमिका को काफी सराहा भी गया हैं । ट्रंप प्रशासन की यह रिपोर्ट पाकिस्तान के लिए किसी झटके से कम नहीं हैं । पाकिस्तान लंबे समय से अफगानिस्तान के अंदर भारत की सक्रियता का विरोध करता आया हैं । भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती पर पाकिस्तान कई बार सार्वजनिक तौर पर आपत्ति जता चुका हैं । पाकिस्तान न केवल भारत को अफगानिस्तान से दूर रखना चाहता हैं । बल्कि अपनी भौगोलिक स्थिति के बहाने अफगानिस्तान से जुड़ी नीतियों में भी अपनी प्रासंगिकता बनाए बनाए रखना चाहता हैं । बल्कि अपनी भौगोलिक स्थिति के बहाने अफगानिस्तान से जुड़ी नीतियों में भी अपनी प्रासंगिकता बनाए रखना चाहता हैं । ताजा घटनाक्रमों के मद्देनजर देंखे तो पाकिस्तान की सभी कोशिशें कामयाब होती नहीं दिख रही थी । पेंटागन ने अपनी अफगान रिपोर्ट में भारत का जिक्र करते हुए लिखा है, अफगानिस्तान के अधिकारियों और सुरक्षाबलों को भारत प्रशिक्षण दे रहा हैं । हर साल करीब १३० अफगान अलग-अलग तरह के सैन्य प्रशिक्षण और बाकी जरुरी ट्रेनिंग्स के लिए भारत जाते हैं । रिपोर्ट में भारत को अफगानिस्तान का सबसे भरोसेमंद सहयोगी बताते हुए आगे कहा गया हैं । अफगानिस्तान में हो रहे विकास कार्यो में भारत का सहयोग सबसे ज्यादा हैं । अफगानिस्तान भारत फ्रेंडसिप डैम और अफगान संसद की इमारत जैसी कई अहम परियोजनाओ में भारत ने अफगानिस्तान की काफी मदद की हैं ।
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