जीएसटी के विरोध में कापड़ बाजार, हार्डवेयर, हीरा बाजार सहित कई एसोिएशन बाजार बंद रखकर नाराजगी व्यक्त कर रहे है । जिस फर्निचर पर फिलहाल में १५ फीसदी टैक्स वसूला किया जा रहा है उस पर १ जुलाई से २८ फीसदी टैक्स लगने के कारण फर्निचर बाजार में मंदी का माहौल खड़ा हो जाएगा इसी वजह से फर्निचर पर का फिलहाल का टैक्स कायम रखने की मांग के साथ अहमदाबाद सहित राज्यभर के फर्निचर शो रुम तथा उत्पादकों ने सोमवार को एक दिन का बंद रखा गया है । सोमवार को अहमदाबाद के १२०० से ज्यादा व्यापारी सहित ३००० से ज्यादा ट्रेडर्स और उत्पादक भी बंद में शामिल हुए हैं । अहमदाबाद केव्यापारी आनंद अग्रवाल ने बताया है कि फर्निचर पर २८ फीसदी टैक्स लगने के कारण फर्निचर महंगा होगा । फर्निचर पर के टैक्स का बोझ ग्राहक पर पड़ेगा । सोफा और अन्य फर्निचर बनाते राजुभाई वछेटा ने बताया है कि हमने फर्निचर तैयार करके बेचते है इस पर टैक्स का बोझ बढ़ने से वह महंगा होगा ।जिसके बिक्री में परेशानी तो होगी और मंदी भी आयेगा । हमारे जैसे छोटे व्यापारी को ज्यादा में ऑनलाइन रिटर्न फाइलिंग का खर्च भी बढ़ेगा जो हम नहीं चुका सकेंगे । व्यापारियों की शिकायत और मांग है कि फर्निचर पर का टैक्स फिलहाल में १५ फीसदी है यह कायम रखा जाए । १ जुलाई से देशभर में जीएसटी लागू हो रहा है तब कपडा, गार्मेन्ट, स्टील, हार्डवेयर, कलर, टूल्स, अनाज-किराणा सेनेटरी आइटम के व्यापारियों ने मार्केट बंद रखकर विरोध व्यक्त कर रहे है तब समग्र गुजरात फर्निचर एसोसिएशन ने भी सोमवार को बंद का ऐलान देकर धंधा-रोजगार बंद रखने का निर्णय लिया है । इस बारे में अहमदाबाद फर्निचर एसोसिएशन के प्रमुख दिनेशभाई शेठ ने बताया है कि यह काला कानून है, जो लागू होने के कारण हमारे फर्निचर उद्योग के ८५ फीसदी लोग पर इसकी विपरीत असर होनेवाली है ।