केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद ३७० के कई प्रावधानों को खत्म कर दिया गया था । इसका अभी भी विरोध जारी है । श्रीनगर में मंगलवार को नैशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दूल्ला की बहन सुरैया और बेटी साफिया अनुच्छेद ३७० का विरोध करते हुए प्रदर्शन कर रही थी, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है । उनके साथ-साथ तकरीबन आधा दर्जन महिला प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया । बता दें कि फारूक अब्दूल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दूल्ला, पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती अभी भी नजरबंद हैं । कुछ दिनों पहले फारूक अब्दूल्ला और उमर अब्दूल्ला से नैशनल कॉन्फ्रेंस के १५ सदस्यीय शिष्टमंडल ने मुलाकात भी की थी । अपनी बांह में काली पट्टी बांधकर, हाथों में तख्ती लिए महिलाओं को प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी गई थी, साथ ही उनसे शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा गया था । हालांकि, प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने इन निर्देशों को मानने से इनकार कर दिया और इकट्ठा होकर एक स्थान पर बैठने की कोशिश करने लगीं । इसके बाद महिला सीआरपीएप की टीम ने प्रदर्शनकारियों को पकड़कर पुलिस वाहन में बैठा दिया । प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं ने मीडिया को पर्चे बांटने की भी कोशिश की, जिससे उन्हें रोका गया । बयान में कहा गया, हम कश्मीर की महिलाओं ने भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद ३७० और ३५ए को बटाए जाने के निर्णय को अस्वीकार कर दिया है, जो कि जम्मू-कश्मीर को बांटने वाला है । नागरिक स्वतंत्रता और मौलिक अधिकारों की बहाली की मांग करते हुए महिलाओं ने यह भी कहा कि उन्हें ऐसा महसूस हो रहा है जैसे कि उनके साथ धोखा हुआ है ।
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