मध्य प्रदेश में पिछले दिनों हनी ट्रैप गिरोह के भंडाफोड़ के बाद राज्य में राजनीति गरम हो गई है । कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी पर राज्य सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है । उधर, बीजेपी ने भी पलटवार किया है और कहा है कि पुलिस पर हनी ट्रैप मामले को लेकर दबाव बनाया जा रहा है । पुलिस के हत्थे चढ़े हनी ट्रैप गिरोह के सदस्यों पर राज्य के कई राजनेताओं और आला सरकारी अधिकारियों समेत कई प्रभावशाली लोगों के सेक्स विडियो बनाकर उन्हें फंसाने का संदेह है । मध्य प्रदेश पुलिस ने इस मामले में गिरोह की पांच महिलाओं समेत छह लोगों को इंदौर और भोपाल से गिरफ्तार किया है । मामले की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न किए जाने की शर्त पर बताया कि आरोपियों से बरामद ऑडियो-विजुअल सामग्री और उनसे पूछताछ के आधार पर हमें संदेह है कि गिरोह पिछले एक दशक में कई लोगों को फंसा चुका है । बताया जा रहा है कि इस गिरोह में शामिल महिलाएं प्रभावशाली लोगों और नेताओं को अपने जाल में फंसाकर उनके साथ शारीरिक संबंध बना लेती थीं और उसका विडियो बना लेती थीं । इसके बाद ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो जाता था । मध्य प्रदेश के कानून मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया है कि बीजेपी राज्य सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रही है । राज्य सरकार के एक अन्य मंत्री गोविंद सिंह ने मांग की है कि हनी ट्रैप केस में शामिल सभी लोगों के नाम सार्वजनिक किए जाएं, चाहे वे कितने ही बड़े नेता और नौकरशाह क्यों न हों । उन्होंने कहा, लोकराज में लोकलाज भी होना चाहिए । दिग्विजय सिंह ने कहा, पिछली सरकार के एक मंत्री का नाम सामने आया है, वर्तमान सरकार के एक भी मंत्री का नाम इसमें शामिल नहीं है । राज्य कांग्रेस मीडिया डिपार्टमेंट की चेयरपर्सन शोभा ओझा ने आरोप लगाया कि बीजेपी सात विधायकों को हनी ट्रैप में फंसाकर राज्य की कमलनाथ सरकार को अस्थिर करना चाहती है । उन्होंने कहा, साजिश विफल हो गई है । इस पूरी साजिश के पीछे पिछली बीजेपी सरकार के एक मंत्री का हाथ है । उधर, कानून मंत्री शर्मा ने कहा, पूर्व बीजेपी मंत्री शामिल हैं और कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों को फंसाने की साजिश थी । बीजेपी सरकार को हनी ट्रैप के जरिए फंसाने की साजिश रच रही है । इस बीच पिछली बीजेपी सरकार में गृह मंत्री रहे भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस पर पलटवार किया है ।
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