भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल द्वारा डेंगू की रोकथाम के लिए दस हफ्ते, दस बजे, दस मिनट अभियान के माध्यम से दिल्ली के करदाताओं की गाढ़ी कमाई को विज्ञापन में खर्च कर अपनी राजनैतिक स्वार्थ पूर्ति करने का आरोप लगाते हुये कहा कि दस हफ्ते की बची हुई केजरीवाल सरकार दिल्ली के खजाने को अपनी निजी सम्पति समझकर दोनों हाथों से लूटा रही है।
केजरीवाल द्वारा चलाये जा रहे अभियान केवल विज्ञापन मात्र में दिखाई दे रहा है क्योंकि डेंगू की रोकथाम के लिए दिल्ली नगर निगम जन जागरण पहले ही फैल चुका है जिसका परिणाम दिल्ली के लोगों के सामने डेंगू के मामलों में आई कमी है। केजरीवाल सरकार अपने बच्चे हुये कार्यकाल के दिनों में बड़े बड़े पोस्टर होर्डिग में छिपकर रह गयी है क्योंकि जमीन पर उन्होनें दिल्ली की जनता से किये एक भी चुनावी वादे को पूरा न करके उनके साथ धोखा किया है और इस धोखे का जवाब जनता जरूर देगी।
तिवारी ने कहा कि एक ओर दिल्ली में अनाधिकृत कॉलोनियों में सड़को की हालत खस्ता है। सीसीटीवी वाईफाई के नाम पर केवल अखबारों में बडे बड़े विज्ञापन दिखाई देते है लेकिन योजना मात्र छलावे के अलावा कुछ और नजर नहीं आती। केजरीवाल को पता है कि अब उनके पास शासन करने का समय नहीं बचा है लेकिन जाते जाते कुछ ऐसा काम कर जाओ जिससे दिल्ली की जनता को लाभ मिल सके क्योंकि अभी तक केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को सिर्फ धोखा देने गुमराह करने और सब्जबाग दिखाने के सिवा कुछ भी नहीं किया है।
तिवारी ने कहा कि परिवहन व्यवस्था ठप्प पड़ी हुई है, लोगों को बसों का इंतजार घण्टों करना पड़ता है और बसें जो आती हैं वो कुछ दूरी पर खराब हो जाती है। नई बसों के नाम पर कुछ बसों को उतारकर फिर विज्ञापनों का जाल बिछाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की जाती है। जब दिल्ली में इतनी समस्याएं बनी हुई हैं, तो मुख्यमंत्री क्यों नहीं उसके निवारण के लिए कोई उचित कदम उठाते है।
उन्होनें कहा कि क्या केवल विज्ञापन मात्र देने से जनता का काम हो जायेगा, जनता त्राहि त्राहि कर रही है और आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली के खजाने को खाली कर रही है। भाजपा की सरकार आने पर रूके हुये कामों को गति मिलेगी, भ्रष्टाचार करके जनता की गाढ़ी कमाई के लूटे गयें पैसों की जांच कराई जायेगी और दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जायेगा।