संसद का मानसून सत्र १२ जुलाई से शुरु हो सकता हैं । करीब एक महीने तक चलने वाला यह सत्र ११ अगस्त को समाप्त होगा । हालांकि अभी इसके बारे में अंतिम निर्णय नहीं हुआ हैं । सरकारी सूत्रों ने बताया कि संसदीय मामलों की मंत्री मंडलिय समिति (सीसीपीए) के एक प्रस्ताव के मुताबिक संसद का सत्र १२ जुलाई से शुरु होगा और ११ अगस्त को समाप्त होगा । इस बारे में अंतिम निर्णय २० जून के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व वाली समिति करेगी । संसद का मानसून सत्र हंगामेदार होने की आशंका हैं । इस दौरान मध्यप्रदेश में किसानों पर गोलीबारी और कई राज्यों में उठ खड़ा हुआ किसान आंदोलन, यूपी में कानून -व्यवस्था, कश्मीर जैसे कई मसलों पर चर्चा हो सकती है और हंगामा भी हो सकता हैं । संसद का शीतकालीन सत्र तो हंगामे की भेंट चढ़ा रहा । लेकिन कामकाज के लिहाज से बजट सत्र ऐतिहासिक रहा था । इस दौरान जब बजट पास करने के संबंधित सभी कार्यवाही लोकसभा व राज्यसभा दोनों में ३१ मार्च से पहले ही पूरी कर ली गई । इसकी बदौलत बजट के प्रावधानों को लागू करने का काम अब नए वित्त वर्ष यानी १ अप्रैल से ही शुरु हो चुका हैं । पहले यह काम जून जुलाई तक ही शुरु हो पाता था । यह भी पहली बार हुआ जब सरकार ने रेल बजट और आम बजट को मिलाकत एक साथ पेश किया । पूरे बजट सत्र के दौरान सरकार लोकसभा में २४ बिल और राज्यसभा में १४ बिल पास करा पाई । १८ बिल ऐसे थे जिसे सरकार ने दोनों सदनों में पास कराने में सफलता पाई । सरकार के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि १० साल से ज्यादा लटका हुआ जीएसटी बिल आखिरकार लोकसभा व राज्यसभा दोनों से पास हो गया ।
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