समय-समय पर अलग-अलग पंचायतों के तुगलकी फरमान सामने आत रहते हैं। इस बार बिहार के मधुबनी जिले में एक पंचायत ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए कहा है कि कुंवारी लड़कियां मोबाइल नहीं रख सकतीं। इस फरमान में यह भी कहा गया है कि गांव की कोई लड़की मोबाइल पर बात भी नहीं करेगी। साथ ही वह शाम से पहले घर लौट आएगी। 21वीं सदी में पंचायत के इस फरमान को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
जानकारी के मुताबिक यह बासोपट्टी ब्लॉक के अंतर्गत हत्थारपुर परसा पंचायत का मामला है। सोमवार शाम को पंचायत ने इस तुगलकी फरमान के दौरान यह भी आदेश दिया कि गांव की कोई भी लड़की या महिला शाम 8 बजे के बाद खेतों में शौच के लिए नहीं जाएंगी। पंचायत के सरपंच योगेंद्र मंडल ने बातचीत में कहा, सभी लोगों के मत से यह निर्णय लिया गया है कि कुंवारी लड़कियों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। जरूरत पड़ने पर वह परिवार के किसी सदस्य की मौजूदगी में बात कर सकती हैं।
पंचायत ने यह भी फरमान सुनाया है कि किसी कार्यक्रम में कोई भी महिला या लड़की डांस करते हुए पायी गई तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। मंडल ने बताया कि जो भी इस नियम को तोड़ेगा उस परिवार पर जुर्माना लगाया जाएगा। पंचायत ने अब गांवों में किसी भी कार्यक्रम में भोजपुरी गाने नहीं बजाने का निर्देश दिया है। केवल हिंदी और मैथिली गानों के लिए छूट है। सरपंच ने कहा कि सभी परिवारों के मुखिया को यह निर्देश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करेंगे कि सभी इस नियम को मानें।