केवडिया के नर्मदा बांध में मंगलवार को १३३ मीटर की ऐतिहासिक सतह को पार कर गया है । नर्मदा बांध के उपरवास से २.९० लाख क्युसेक पानी का राजस्व फिलहाल मिल रहा है । जिसकी वजह से बांध के १५ दरवाजे खोले गये है । नर्मदा नदी का गोरा ब्रिज पर पानी आ गया है । जिसकी वजह से ब्रिज पर के आवागमन को बंद कर दिया गया है । बांध में पानी के राजस्व में लगातार वृद्धि हो रही है । नर्मदा जिल के के तट इलाक के गांवों को अलर्ट किया गया है । उपरवास से पानी की लगातार राजस्व की वजह से नर्मदा बांध से २ लाख क्युसेक पानी नर्मदा नदी में पानी छोड़ा जा रहा है । जिसकी वजह से नर्मदा जिले के गांवों को अलर्ट किया गया है और अलर्टवाला क्षेत्र में लोगों को नही जाने की प्रशासन द्वारा सूचना दी गई है । फिलहाल आरबीपीएच और सीएचपीएच के पावर हाउस चालू है । नर्मदा बांध में पानी का लगातार राजस्व बढ़ने की वजह से किसानों में खुशी की लहर फैल गई । बांध में ऐतिहासिक जलस्तर दर्ज होने पर सरकार और प्रशासन की चिंता खत्म हो गई है । पूरा वर्ष चल जाए इतना पानी का जलसंग्रह नर्मदा बांध में दर्ज होने से सभी लोगों ने राहत महसूस की है । मानसून की ऋतु में राज्य में हो रही सर्वत्र बारिश की वजह से अभी तक में यानी कि २० अगस्त-२०१९ सुबह में ८ बजे की स्थिति तक राज्य के कुल २०४ जलाशयों में से ३६ जलाशय २५ से ५० फीसदी के बीच भर गया है । जबकि ४१ जलाशय लबालब हो गए हैं । ४० जलाशय ७० १०० फीसदी तथा २२ जलाशय ५० से ७० फीसदी के बीच भर गया है । सरदार सरोवर जलाशय कुल संग्रहशक्ति के ८१.२७ फीसदी भर गया है तथा राज्य के जल संसाधन विभाग, गांधीनगर द्वारा मिले रिपोर्ट में बताया गया है । राज्य में फिलहाल में ५००० क्युसेक तथा इसके ज्यादा पानी का राजस्व वाले जलाशयों में सरदार सरोवर में २,८१,०९०, वणाकबोरी में ५२,७१३, कडाणा में ३२,४४७, उकाई में २७,८७८, दमणगंगा में ८८९९ पानम में ६६७४ क्युसेक शामिल है । उत्तर गुजरात के १५ जलाशयों में ३०.४२ फीसदी, मध्य गुजरात के १७ जलाशयों में ९२.१५ फीसदी, दक्षिण गुजरात के १३ जलाशयों में ७९.४८ फीसदी, कच्छ के २० जलाशयों में ६१.०१ फीसदी और सौराष्ट्र के १३९ जलाशयों में ५२.९० इस तरह राज्य में कुल-२०४ जलाशयों में फिलहाल संग्रहीत पानी का कुल जत्था ७०.७२ फीसदी यानी कि ३,९३,६९६.९२ मीटर घन फीट पानी का जत्था संग्रहीत है यह जल संसाधन विभाग की सूची में बताया गया है ।