अहमदाबाद शहर में पिछले तीन-चार दिन से हो रही बारिश की वजह से पानी भर जाने की और दुर्घटना सहित की अलग-अलग दुर्घटना दर्ज की गई है लेकिन इसके साथ शहर में पेड़ों के धराशायी होने की और शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गड्ढे होने की और रास्तों के धुल जाने की कई शिकायतें दर्ज की गई हैं । अहमदाबाद में पिछले २४ घंटे में विभिन्न क्षेत्रों में ५० से ज्यादा पेड़ धराशायी हो गये । इसके साथ अहमदाबाद में इस सीजन के दौरान कुल ४२५ से ज्यादा पेड़ धराशायी होने की घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं । रविवार को शहर के मणिनगर क्षेत्र में जवाहर चौक चार रास्ते के पास ही चालू बारिश के दौरान एक नीम का पेड़ बहुत बड़ा और विशाल पेड़ अचानक धराशायी होने जाने पर रिक्शा चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई । जिसकी वजह से पूरे क्षेत्र में सनसनी मच गई । लोगों की भीड़ घटनास्थल पर पहुंच गई । पेड़ बहुत विशाल होने से वह धराशायी होने पर मणिनगर जाता रास्ता बंद हो गया । आखिर में फायर ब्रिगेड के जवानों ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर पेड़ के नीचे दबे हुए रिक्शा चालक के शव को बाहर निकाला, पेड़ को कटवा कर रास्ते को खुला किया गया ।
हालांकि, रविवार की घटना को लेकर स्थानीय निवासियों ने एएमसी प्रशासन पर भारी नाराजगी व्यक्त की है कि, शहर के मार्गों पर इस प्रकार के विशाल और पुराने कई पेड़ हो इसका व्यवस्थित रूप से हर मानसून में किसलिए ट्रीमींग नहीं किया जाता है । प्रशासन की लापरवाही की वजह से ऐसी घटना हुई और निर्दोष व्यक्ति ने अपनी जान गंवाई । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार, शहर के मणिनगर क्षेत्र में जवाहर चौक चार रास्ते के पास रविवार को सुबह में नीम का पेड़ विशाल पेड़ चालू रिक्शा पर गिरने से रिक्शा चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई । जबकि अन्य दो लोग घायल हो गये । घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई । पेड़ विशाल होने से यह धराशायी होने पर मणिनगर की तरफ जाता रास्ता कुछ घंटे के लिए बंद किया गया ।
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