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९० फीसदी पीएफ के इस्तेमाल से सस्ते घरों की बिक्री बढी

गोल्फ फोर्स और जकुजी जैसी सुविधाओं वालो घर बेचने के बाद अब बिल्डर सस्ती कीमतों वाले घर बनाने की और रुख कर रहे है । बिल्डर अब ऐसे घर बना रहे है जो मिडल क्लास अफोर्ड कर सके । इसका कारण यह है कि ३० लाख से कम की कीमत वाले घरों की सेल्स से होम लोन्स की डिमांड तेजी से बढी है । बिल्डरो को यह आइडिया इस साल के बजट से आया जिसमें अफोडेंबल हाउसिंग के लिए आकर्षक कर और ब्याज में छुट की पेशकश की गई थी । इस साल बैंको में जो पैसा क्रेडिट हुआ है उसमें आधा हाउसिंग लोन के जरिए आया है । एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख के मुताबिक, बैंक में दिसबर के मुकाबले जनवरी में होम लोन के आवेदनो में २१ फीसदी की बढत देखी गई । फरवरी में यह संख्या २४ फीसदी रही और मार्च में पिछले महीने के मुकाबले होम लोन के आवेदनो में ४४ फीसदी का इजाफा हुआ । उन्होंने कहा, इस बढत के पीछे उचे दामो वाली प्रोपर्टी नहीं बल्कि अफोर्डेबल होम्स है । अभी तक हमारा औसत होम लोन साइज २५.६ लाख है और कई तिमाहियो में पहली बार ऐसा हुआ है जब एचडीएफसी का औसत होम लोन साइज २६ लाख से नीचे आया है । प्रोपर्टी एक्सपट्‌र्स के मुताबिक अहमदाबाद में इस तरह के घर अधिक है । इसके बाद पुणे में और मुंबई के भी कुछ इलाको में है । हाउसिंग फाइनैंश प्रवाइडर्स को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत दी जाने वाली सब्सिडी से अफोर्डेबल होम लोन सेगमेंट में २५ फीसदी का इजाफा देखने को मिलेगा । यह योजना दिसंबर २०१७ तक लागु रहेगी और इसमें १२ लाख सालाना आय वालो को ९ लाख रुपये के लोन पर ४ फीसदी और १८ लाख सालाना आय वालो को १२ लाख रुपये के लोन पर ३ फीसदी की छुट मिलेगी । रियल एस्टेट रीसर्च फर्म लायसेस फोरास के एमडी पंकज कपुर ने कहा कि अफोर्डेबल सेगमेंट तिमाही दर तिमाही अधिकतम ३१ फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई । इसके अलावा अल्ट्रा लग्जरी सेगमेंट की सेल में ४ फीसदी की गिरावट दर्ज की गई । नोटबंदी के चलते अक्टुबर से दिसंबर २०१६ के बीच मांग में गिरावट देखी गई थी, लेकिन जनवरी से मार्च २०१७ के बीच ठीक ठाक मांग रही । डिवेलपर निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि उनके ठाणे स्थित प्रोजेक्ट्‌स में ६०० स्क्वेयर फीट के घरो की बिक्री ठीक रही । उन्होंने कहा, जब बाजार में और प्रोजेक्ट आएंगे और लोगो को टैक्स बेनिफिट मिलने मिलने लगेगा तब और तेजी देखने को मिलेगी ।

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