विधानसभा के बजट सत्र का मंगलवार को सुबह में ११ बजे शुरू होने के बाद एक घंटा प्रश्नकाल का समय आवंटन कराया गया । यह प्रश्नकाल के दौरान विभिन्न सवाल-जवाब किया गया । जिसमें गुजरात पुलिस के राजस्थान से शराब लाने से लेकर वाइब्रेंट गुजरात समिट, इसमें अनुमान लगाई गई नौकरी सहित के कई सवाल शामिल थे । हालांकि, विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा की रुपाणी सरकार वाइब्रेंट समिट के अनुमान लगाये गये नौकरी आंकड़े मुद्दे पर बैकफुट पर आ गई थी । सरकार द्वारा स्वीकार किया गया कि, वाइब्रेंट गुजरात समिट-२०१५ और २०१७ में नौकरी का आंकड़ा सामने आया है, जिसमें वाइब्रेंट गुजरात २०१५ में २९,१४,००० नौकरी के बजट के सामने सिर्फ ५,०४,४०० नौकरी के अवसर पैदा किए गए, जबकि २०१७ की वाइब्रेंट समिट में ४२,९७,८०० नौकरी के बजट के सामने सिर्फ ३,०८,२०० नौकरी पैदा किए गए । यह नौकरी के मुद्दे पर सरकार की विफलता सामने आयी है ।
આગળની પોસ્ટ