गुजरात में ५ जुलाई को राज्यसभा की दो सीटों के लिए उपचुनाव कराने की है तब यह चुनाव को लेकर कांग्रेस अपने सभी ७१ विधायकों को व्हीप देगी । ऐसी स्थिति में कांग्रेस से चुने गये राधनपुर के विधायक अल्पेश ठाकोर यदि व्हीप को अनदेखा करके भाजपा के उम्मीदवार को मत दिया तो छह वर्ष के लिए अयोग्य ठहरेगा । इसी वजह से अल्पेश ठाकोर और बायड के विधायक धवलसिंह झाला ५ जुलाई तक में भाजपा में शामिल होने की संभावना रही है इस मामले में फिर से अटकलें तेज हो गई है । यह दोनों विधायकों की खाली होने वाली दोनों सीटों के उपचुनाव अन्य ६ उपचुनाव के साथ अक्टूबर-नवंबर में कराने के साथ भाजपा अपनी राजनीतिक रणनीति लागू बनाने में लगा हुआ है ।
भाजपा स्थानीय स्वराज्य की हाल के चुनाव पूरे होने के बाद विधानसभा के उपचुनाव दिसम्बर तक में पूरा कराने के लिए रणनीति बना रही हैं । गुजरात में विधानसभा की खाली हुई पांच सीटों के उपचुनाव दीपावली के पहले कराने की संभावना है, अभी यह उपचुनाव के साथ राधनपुर और बायड विधानसभा के उपचुनाव भी हो इस दिशा में भाजपा प्रयास कर रही है । लोकसभा चुनाव में भाजपा के चार विधायकों की जीत होने से अमराईवाडी, थराद, खेरालु और लुणावडा सीट खील हुई है । जबकि मोरवा हडफ सीट से भूपेन्द्र खांट का विधायक पद रद्द होने से यह सीट भी खाली हुई है । इसके अलावा हाईकोर्ट ने द्वरका विधानसभा चुनाव भी रद्द किया है । इस तरह राज्य में कुल आठ विधानसभा के उपचुनाव कराया जाए ऐसी संभावना है । २०१७ में आयोजित गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा-९९, कांग्रेस-७७, एनसीपी-१, बीटीपी-२ और निर्दलीय को ३ सीटें मिली थी । इसके बाद जुलाई-२०१८ में कुंवरजी बावलिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर सिर्फ एक वर्ष के दौरान ही दिसम्बर-२०१८ में जसदण विधानसभा उपचुनाव कराई गई थी ।