आंध्र प्रदेश की नवनिर्वाचित सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के बाद अब उनके परिवार की सुरक्षा घटाने का फैसला किया है। इसके तहत चंद्रबाबू नायडू के बेटे और पूर्व राज्य मंत्री नारा लोकेश को अब 2+2 गनमेन की सुरक्षा मिलेगी। इससे पहले उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। इसके अलावा परिवार के दूसरे सदस्य की सिक्यॉरिटी पूरी तरह हटा दी गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की सुरक्षा पहले ही घटा दी गई थी। जून के दूसरे हफ्ते में आंध्र प्रदेश के गन्नवरम हवाई अड्डे पर पूर्व मुख्यमंत्री को शुक्रवार देर रात तलाशी से गुजरना पड़ा था। नायडू को विमान तक जाने के लिए वीआईपी सुविधा से भी वंचित कर दिया गया। चंद्रबाबू नायडू को पहले जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। यह सुरक्षा उन्हें 2003 में तिरुपति के अलिपिरि में माओवादियों के हमले के बाद से मिली हुई थी।
इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने सोमवार को प्रजा वेदिका (कॉन्फ्रेंस हॉल) को गिराने का आदेश जारी किया था। प्रजा वेदिका पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू के अंदावल्ली स्थित आवास का विस्तार है। जगन ने उसी परिसर में जिला कलेक्टरों का सम्मेलन बुलाकर अपने निर्णय की घोषणा की। यह बताते हुए कि प्रजा वेदिका तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा नियमों का उल्लंघन करते हुए कराया गया निर्माण है, रेड्डी ने घोषणा की कि उनकी सरकार का अवैध ढांचों के खिलाफ अभियान इस ढांचे के विध्वंस के साथ शुरू होगा।