नेशनल एलिजीबिलीटी कम एन्ट्रन्स टेस्ट (एनईईटी-नीट) की हाल ही में ली गई परीक्षा में गुजराती माध्यम के विद्यार्थियों को अन्याय हुआ होने का मुद्दा उपस्थित कर रिट अर्जी की सुनवाई आज गुजरात हाईकोर्ट ने नीट की परीक्षा लेने वाले सीबीएसई पर सख्ती दिखाई हैं । कोर्ट द्वारा सीबीएसई को कहा गया कि वह ऐसा कैसे कर सकते हैं । दोनों माध्यम के अलग अलग पेपर कैसे निकाल सकते हैं । आप कोर्ट में बचाव में ऐसा जवाब पेश करते हैं कि पेपर लीक होने की संभवना थी तो क्या गुजराती माध्यम का पेेपर लीक होने की संभावना थी । आपने ऐसा अंदाजा कैसे लगा लिया । यह विद्यार्थियों के साथ अन्याय हैं । हाईकोर्ट की गंभीर नाराजगी के बाद सीबीएसई ने नीट का परिणाम १२ जून तक घोषित नहीं होगा ऐसा निवेदन दिया हैं । नीट का परिणाम घोषित करने के सामने मद्रास हाईकोर्ट के स्टे के बाद गुजरात में भी परिणाम घोषित करने पर रोक लगाई गई हैं । नीट के मामले में आज गुजरात हाईकोर्ट में काफी महत्वपूर्ण सुनवाई की गई थी । जिसमें हाईकोर्ट ने आज सीबीएसई पर सख्ती दिखाई हैं । हाईकोर्ट ने पूछा कि सीबीएसई विद्यार्थियों के बीच अन्याय कैसे कर सकता हैं । गुजराती माध्यम के विद्यार्थियों के लिए अलग प्रश्नपत्र क्यों निकाला गया । इस मामले में विद्यार्थियों के साथ अन्याय हुआ हैं । सीबीएसई द्वारा पेश हुए जवाब में गंभीर नाराजगी व्यक्त की थी । जिसके बाद सीबीएसई ने निवेदन दिया है कि वह १२ जून तक नीट का परिणाम घोषित नहीं होगा । इससे पहले सीबीएसई द्वारा कोर्ट में अपना बचाव में एफिडेविट पेश करते हुए कहा कि हमने विद्यार्थियों के साथ कोई अन्याय नहीं किया । पेपर लीक होने की संभावना थी जिसके कारण गुजराती और अंग्रेजी माध्यम के अलग अलग पेपर निकाले गए । अंग्रेजी माध्यम में विभिन्न छह पेपर और प्रादेशिक भाषा में उन्होंने चार प्रश्नपत्र निकाले थे । हाईकोर्ट ने मामले की अधिक सुनवाई अब १३ जून को रखी गई हैं ।