सूरत के खतोदरा कस्टोडियल डेथ के केस में फरार हुए सात पुलिस कर्मचारियों में पीएसआई चिराग चौधरी और कॉन्स्टेबल हरेश सूरत क्राइम ब्रांच में उपस्थित हो गए थे । पुलिस के द्वारा राजकीय दबाण और उच्च पुलिस सत्ताधिशों के इशारे से इस केस में धरपकड सहित आगे की कार्रवाई होगी या नहीं इसे लेकर कई सवाल उठाए जा रहे थे । इस मामले में सूरत पुलिस कमिशनर के निर्देशानुसार आखिर में खतोदरा पुलिस के आरोपी पीआई खीलेरी, पीएसआई चौधरी समैत सात पुलिस कर्मिचारोयं के विरुद्ध गुना दाखिल किया गया था । खतोदरा पुलिस स्टशन में २९ में के दिन घरफोड चोरी के केस में ओमप्रकाश पान्डे, जयप्रकाश और रामगोपाल खतोदरा पीआई खीलेरी, पीएसआई चौधरी और अन्य सात पुलिस कर्मचारियों ने उनको पुलिस स्टेशन लाए थे ।
चोरी की कबुलात करने के लिए उनकी पीटाई की गई थी । जिसमें ओमप्रकाश पांडे की मौत हो गई थी । सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) पीएल चौधरी ने बताया था कि शहर के खतोदरा थाने में गिरफ्तारी के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों को जमानत दी जा रही थी लेकिन वे फरार हो गए थे और उन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही थी । उन्होंने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मी चोरी के मामले में शामिल होने के शक में तीन व्यक्तियों को हिरासत में लेकर शुक्रवार को खतोदरा थाने लाए थे । चौधरी ने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने उन्हें बुरी तरह से पीटा जिस वजह से एक के सिर पर गहरी चोट आई । आठ पुलिस कर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा ३३०, ३४२, ३२४ और गुजरात पुलिस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था । गिरफ्तारी के बाद जमानत देने की प्रक्रिया चल ही रही थी तभी आरोपी पुलिसकर्मी पुलिस की हिरासत से भाग गए थे ।
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