ब्रिटिश गृह सचिव ने विकिलिक्स संस्थापक जूलियन असांजे को अमेरिका भेजने के लिए प्रत्यर्पण आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। ब्रिटेन के गृह सचिव साजिद जाविद के असांजे के प्रत्यर्पण आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद अब उनका अमेरिका प्रत्यर्पण लगभग साफ हो गया है। अदालत की कार्यवाही के बाद 47 साल के असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा सकता है। साजिद जाविद ने बताया है कि जेल में बंद असांजे के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिका से अनुरोध मिला है।
जिस पर कल अदालत में चर्चा होनी है इससे एक दिन पहले ही मैंने प्रत्यर्पण आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कल अदालतों के सामने भी रखा जाएगा। बता दें कि असांजे पर अमेरिकी कंप्यूटर्स को हैक करने और वहां के कानून को तोड़ने का आरोप है। अमेरिका ने उनपर सैन्य और राजनयिक सूत्रों के नाम उजागर करने वाले गोपनीय दस्तावेज को प्रकाशित कर जासूसी कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। सेना और कूटनीति से जुड़े हुए दस्तावेज रिलीज करने के आरोप में अमेरिका उनके प्रत्यार्पण की कोशिशों में था, जिसे अब सफलता मिल गई है।
खुलासों के बाद 2012 से अंसाजे ने इक्वाडोर दूतावास में शरण ली थी। असांजे को ब्रिटेन स्थित इक्वाडोर के दूतावास से अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था। ब्रिटेन में जमानत के दौरान फरार होने के सिलसिले में वह 50 हफ्ते की सजा काट रहे हैं। वह अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ भी मुकदमा लड़ रहे हैं।
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