केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने आखिरकार गंगा को निर्मल बनाने के लिए लंबा वक्त मांग ही लिया । उमा भारती ने रविवार को फरुदाबाद में कहा कि गंगा को पूरी तरह निर्मल करने के लिए १० वर्षो का समय लगेगा । जो चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा । केन्द्रीय मंत्री गंगा चौपाल कार्यक्रम में भाग लेने फरुखाबाद पहुंची थी । लेकिन उनके देर से आने से कार्यक्रम नहीं हो पाया । बाद में पत्रकारों से भारती ने कहा कि गंगा सफाई के मद्देनजर गंगा के किनारे स्थापित उद्योगों को दूसरी जगह स्थापित किया जाएगा । जिसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया हैं । इस बारे में आगे जानकारी देते हुए कहा कि कानपुर स्थित टेनरियो को दूसरी जगह स्थापित किए जाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयासरत हैं । उन्होंने कहा कि एक बार गंगा के निर्मल होने के बाद उसमें लगातार निर्मलता बनी रहे इसके लिए जन जागरुकता अभियान की जरुरत हैं । इसके लिए वह स्वयं गंगोत्री से गंगा सागर तक पदयात्रा कार्यक्रम का आयोजन करेगी । आपको याद दिला दे कि एक साल पहले मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम में उमा भारती ने कहा था कि २०१८ तक गंगा पूरी तरह से साफ हो जाएगी । उन्होंने कहा था आज गंगा दुनिया की १० सबसे बड़ी नदियों में से एक हैं । २०१८ तक यह विश्व की १० सबसे साफ नदियों में से एक होगी । कुछ दिन पहले मई २०१७ में उन्होंने गोरखपुर में कहा था अगर यूरोप की टेम्स नदी को साफ होने में ६० वर्ष और राइन नदी को साफ होने में ७० वर्ष लगे तो गंगा की सफाई के लिए चार-पांच वर्ष का समय तो देना ही होगा । कार्य बड़ा है, इसलिए वक्त तो लगेगा ही । थोड़ा इंतजार करिए । इसके अलावा मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर सरकार की अब तक की सफलता -असफलता पर सवाल जवाब के लिए केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि गंगा की सफाई को लेकर हम टाइमलाइन पर चल रहे हैं । गंगा की सफाई पर तय समय में काम हो रहा हैं । उन्होंने कहा था कि गंगा की अविरलता में ७ साल लगेंगे, जबकि निर्मलता अगले साल अक्टूबर तक हो जाएगी ।