ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को फोन कर आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की मांग की है । रूहानी ने यह मांग बीते महीने ईरान रेवोल्यूशनरी गाड्र्स पर हुए हमले के संदर्भ में कही है । ईरान का कहना है कि पाकिस्तान के एक आत्मघाती हमलावार ने ही सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में रेवोल्यूशनरी गाड्र्स पर हमले को अंजाम दिया था । उस हमले में २७ सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई थी । सुन्नी जिहादी समूह जैश-अल-अद्ल ने हमले की जिम्मेदारी ली थी ।
ईरान का मानना है कि यह समूह पाकिस्तान की धरती से आतंकवादी गतिविधियां चलाता है । ईरान ने पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसी पर जिहादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है तथा हमले के मद्देनजर देश के राजदूत को तलब किया । हसन रूहानी ने शनिवार शाम इमरान खान से फोन पर बात की तथा रिश्ते बेहतर बनाने की अपील की । साथ ही उन्होंने तेहरान के पारंपरिक क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय दुश्मनों पर भी उंगली उठाई। ईरान सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक रूहानी ने कहा, हमें जिहादी समूहों की वजह से दोनों देशों के बीच दशकों पुरानी दोस्ती तथा भाईचारे को प्रभावित नहीं होने देना चाहिये । दोनों देश जानते हैं कि उन्हें हथियार और वित्तीय मदद कहां से मिल रही है । ईरान के राष्ट्रपति का इशारा अमेरिका, इजराइल के साथ-साथ सऊदी अरब तथा संयुक्त अरब अमीरात की ओर था । ईरान का आरोप है कि ये देश पाकिस्तान की धरती पर मौजूद जिहादी समूहों को मदद पहुंचाते है ।