मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के कारण पुरानी कलेक्टर कचहरी कम्पाउन्ड में स्थित नेगोशीएबल इन्स्ट्रुमेन्ट एक्ट की चेक रिटर्न के मामले की १० कोर्ट को असर हुई हैं । इस कोर्ट का हिस्सा कटौती में जा रहा हैं । उसे लेकर यह कोर्ट अन्य जगह पर स्थानातरिंत की जाए ऐसी स्थिति थी । जिसमें से चेक रिटर्न के मामलों की कोर्ट नंबर -३१, ३२ और ३६ यह तीन कोर्ट प्राथमिक स्तर पर धी कांटा कोर्ट के मुख्य बिल्डिंग में स्थानातरित की गई हैं । जिससे मेट्रोपोलीटन कोर्ट के वकीलों को राहत मिली हैं । २९ मई सोमवार से चेक रिटर्न के मामलों की तीनों कोर्ट का कार्य सुनवाई मुख्य बिल्डिंग मंे की जाएगी । आगामी दिनों मे चेक रिटर्न के मामले में अन्य कोर्ट भी मुख्य बिल्डिंग में हो ऐसी संभावना हैं । पुरानी कलक्टर कचहरी संकुल की जगह पर मेट्रो रेल ट्रेन का अन्डरग्राउन्ड स्टेशन कट और कवर बेजीज पर बनाने का कार्य शुरु होने वाला है और यह जगह मेट्रो रेल प्रोजेक्ट की मेगा कंपनी को सौंपने की हैं जिससे यह संकुल में स्थित नेगोशीएबल इन्स्ट्रुमेन्ट एक्ट के चेक रिटर्न के मामले की १० कोर्ट को असर हो सकती हैं । इस कोर्टो को खास तौर पर अपनाबाजार में स्थानातरिंग करने की कवायद शुरु की गई हैं । यह कोर्टो को खास तौर पर वकीलो या चेक रिटर्न के मामले लड़ने यह कोर्टो में जाना हैं । यह कोर्ट अपना बाजार स्थानातरिंत की जाए तो बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती हैं । जिसके कारण क्रिमीनल कोट्र्स बार एसोसिएशन के सेक्रेटरी भरत एच शाह समेत के होद्देदारों ने गुजरात हाईकोर्ट के युनिट जज एसएच वोरा को मिलकर यह कोर्ट अपनाबाजार की जगह घीकांटा कोर्ट में स्थानातरिंत करने पेशकश की थी ।