अगले हफ्ते (१८ अप्रैल) को अक्षय तृतीया है, लेकिन जिस लोगों ने उस दिन सोना खरीदने का प्लान बनाय है उन्हें थोड़ा निराश होना पड़ सकता है । दरअसल, पश्चिम एशिया (सीरिया पर यूएस की बमबारी) की वजह से जो तनाव है उसका असर सोना-चांदी पर भी पड़ा है । शनिवार को अहमदाबाद में सोने की कीमत ३२,३०० (प्रति १० ग्राम) रुपये थी, जो अक्षय तृतीया के हाल के इतिहास में सबसे महंगा रेट होगा । वही चांदी भी ४० हजार रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है ।
पिछले कुंछ सालों की बात की जाए तो अक्षय तृतीया के आसमान सोने की कीमत ३०,००० (प्रति १० ग्राम) से ऊपर नहीं रही थी । पिछले साल अक्षय तृतीया ९ मई २०१६ को थी, तब सोना २९,८६० था । इस साल आनेवाले दिनों में भाव में और तेजी आने के संकेत मिल रहे है । इस बारे में बात करते हुए बुलियिन फेडरेशन ऑफ इंडिया के सचिव हरेश आचार्य ने कहा, अगर अगले ३-४ दिनों तक भाव ऐसे ही बढ़ते रहे तो अक्षय तृतीया तक यह सबसे ज्यादा हो जाएंगे ।
सोने का महंगा होना आशावादी जूलर्स पर कोई खास असर नहीं डाल रहा । उन्हें नहीं लगता कि रेट का बिक्री पर कोई खास असर पड़ेगा । एक जूलर ने कहा भी कि आनेवालें दिनों में भाव भले ही बढ़ जाए लेकिन लोग जूलरी, सिक्के और बिस्किट के रूप में निवेश करना जारी रखेंगे । इसकी एक वजह डायमंड की तरफ कम होता रूझान भी है । जूलरी की दुकान पर अडवांस बुकिंग करवाने वालों की भारी भीड़ है । बता दें कि पिछले साल सोने का भाव २८,८६१ (प्रति दस ग्राम) था वहीं २०१८ की शुरुआत में यह २८,५०० था ।
वहीं पश्चिम संकट की वजह से सिर्फ भारत में ही सोने का भाव नहीं बढ़ रहा है, बल्कि यह वैश्विक तौर पर है ।
न्यू यॉर्क में सोना शुक्रवार को ०.८३ प्रतिशत उछलकर १,३४५.४० डॉलर प्रति औस पहुंच गया था । वहीं चांदी की चमक में १.२२ प्रतिशत इजाफा हुआ और यहा १६.६३ डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई ।
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