मंत्री सौरभभाई पटेल ने बताया है कि, राज्य के युवाओं को अपने क्षेत्र में ही रोजगार मिले इसके लिए वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का हर वर्ष में आयोजन होता है यह समिट आशीर्वारूप बन रही है । वाइब्रेंट समिट-२०१५ में विभिन्न ३६ क्षेत्रों में १७,०८१ एमओयु हुए थे इसमें से ११९९९ प्रॉजेक्ट पर काम शुरू हो गया है और उत्पादन भी शुरू हो गया है । मंगलवार को विधानसभा में वाइब्रेंट समिट- २०१५ में प्रतिनिधि के बारे में प्रश्न के जबाव में मंत्री ने आगे बताया है कि, वाइब्रेंट समिट-२०१५ में जापान, केनेडा, यूके, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापोर, नेधरलैंड, साउथआफ्रिका मूल कुल ८ कन्ट्री पार्टनर थे । जिसमें ११० देशों के २५०० प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था । इस समिट में १४ कन्ट्री सेमिनार और १० थीम सेमिनार का भी आयोजन किया गया था । ५५२ प्रॉजेक्ट प्राथमिक रूप में है । सिर्फ ३००० प्रॉजेक्ट ही ड्रोप हुए हैं । मंत्री पटेल ने आगे बताया है कि, वाइब्रेंट समिट-२०१५ में अग्रणी कंपनियों के सीईओ के लिए आयोजित हुए सीईओ कोन्कलेव में टोप के उद्योगपति उपस्थित होकर बी टू बी मीटिंग राज्य के उच्च अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करके राज्य सरकार ने मौके उपलब्ध कराये हैं ।
उन्होंने आगे बताया है कि, यह समिट के पीछे ६१.५३ करोड़ रुपये का खर्च किया गया है । वाइब्रेंट का मूल उद्देश्य राज्य में पूंजी निवेश के द्वारा रोजगार पैदा करने का है । जिसके द्वारा युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है ।