माओवादियों के अजेंडे को ध्वस्त करने के लिए केंद्र सरकार ने अगले तीन साल के लिए केंद्र सरकार ने मास्टर प्लान तैयार किया है । नक्लन-माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी विकास कार्यो का जोर-शोर से प्रचार किया जाएगा । साथ ही सरकार की योजना है कि आदिवासी बहुल नक्लन प्रभावित क्षेत्रों में लोगों तक नक्सलियों की विकास विरोधी छवि और इस कारण आदिवासी समुदाय के पिछड़ने के मुद्दे को भी आक्रामक तरीके से उठाया जाएगा । सरकार और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर माओवादियों के दुष्प्रचार का मुकाबला करेंगी । मीडिया के लिए तैयार गाइडलाइंस प्लान लेफ्ट विचारधारा से प्रभावित क्षेत्रों के लिए सरकार ने स्वीकृत कर दी है । पुलिस फोर्स आधुनिकीकरण योजना के तहत माओवादी क्षेत्रों में नक्सली और हिंसक वामपंथी विचारधारा अपने मार्ग से भटक गई है और फेल हो चुकी है का प्रसार किया जाएगा । इस कैंपेन को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आदिवासी बहुत क्षेत्रों में आदिवासी समुदाय के लोकप्रिय तरीकों का इस्तेमाल किया जाएगा । सरकार और सुरक्षा बल की तरफ से इन क्षेत्रों में लोगो को जागरूक करने और माआवादी विचारधारा के नकारात्मक पहलू को दिखने के लिए डांस, ड्रामा, लघु-नाटिका आदि का प्रयोग किया जाएगा । स्थानीय नायकों के माध्यम से आदिवासी समुदाय को सरकारी योजनाओं और सरकार और समाज के साथ सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा । केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्पष्ट तौर पर गाइडलाइंस जारी किया है । निर्देशों के अनुसार माओवादियों की हिंसक विचारधारा मासूम आदिवासियों को बरगलाती है ।
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