अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के निष्कासित छात्र मन्नान वानी के पहले लापता होने और फिर आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन में शामिल होने के बाद एएमयू के कई कश्मीरी छात्र यूपी पुलिस के रेडार पर है । गुरुवार को पुलिस ने एएमयू प्रशासन से पिछले पांच साल के दौरान पढ़ाई छोड़ने वाले सभी कश्मीरी छात्रों का रेकॉर्ड मुहैया कराने को कहा है । यूनिवर्सिटी प्रशासन के मुताबिक एएमयू में तकरीबन ८३० कश्मीरी छात्र हैं । उनका कहना है कि अभी यह साफ नहीं है कि पुलिस उनके पिछले रेकॉर्ड की जांच करेगी या नहीं । अलीगढ़ के एसएसपी राजेश पांडे ने बताया कि यह केवल इस बात की जांच करने के लिए उठाया जा रहा है कि वे छात्र कश्मीरी अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ने के बाद कहां चले गए और अभी क्या रहे है । उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कश्मीरी छात्रों से भी पूछताछ की तैयारी की जा रही है, जिन्होंने एएमयू में पढ़ाई से नाता तोड़ लिया है लेकिन अब भी शहर में मौजूद है । एसएसपी के मुताबिक पुलिस के पास ऐसी जानकारी है कि कश्मीर घाटी के करीब २००० छात्र अभी अलीगढ़ में हैं । उन्होंने साथ ही कहा है कि इन छात्रों के रेकॉर्ड की छानबीन की जा रही है । एसएसपी का कहना है, हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये सभी छात्र यहां रुककर क्या कर रहे है । पुलिस के इस कदम से कश्मीरी छात्र थोड़े चिंतित है । एएमयू छात्रसंघ के उपाध्यक्ष और घाटी से ताल्लुक रखने वाले सज्जाद सुभान राठेर ने बताया कि कश्मीरी छात्र जांच कर रही सभी एजेंसियों के साथ सहयोग करेंगे । उन्होंने कहा, जांच के दौरान राष्ट्रहित में हम उन्हें हर तरह की मदद करने के लिए तैयार है ।