कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी पारी चढ़ने लगा है और इसी के साथ ही प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग भी तेज होती जा रही है । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राज्य में सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री के.सिद्धारमैया ने बुधवार को एक-दुसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाया । राज्य में नव कर्नाटक परिवर्तन यात्रा पर रहे अमित शाह ने कर्नाटक सरकार को ऐंटी-हिंदू करार देते हुए कहा, कर्नाटक की कांग्रेस सरकार वोट बैंक पॉलिटिक्स कर रही है । यह ऐंटी-हिंदू करार देते हुए कहा, कर्नाटक की कांग्रेस सरकार वोट बैंक पॉलिटिक्स कर रही है । यह ऐंटी-हिंदू सरकार है । उन्होंने एसडीपीआई के खिलाफ सभी केसों को वापस ले लिया है, जो कि एक भारत विरोधी संगठन है । वहीं सीएम सिद्धारमैया ने शाह पर पलटवार करते हुए कहा, बीजेपी, आरएसएस, बजरंग दल में अतिवादी और कट्टरपंथी तत्व भरे हुए है । जो भी शांति में खलल डालेगा, उसे हमारी सरकार नहीं छोड़ेगी । हम ऐसा करने वाले किसी को भी बर्दाश्त नहीं करेंगे, चाहे वो बजरंग दल का हो या फिर एसडीपीआई का । अमित शाह ने सिद्धारमैया और कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा, मैं यहां पर मुख्यमंत्री के सवाल का जवाब देने आया हूं कि केंद्र सरकार ने कर्नाटक के लिए क्या किया है । यूपीए शासन के दौरान १३वें वित्त आयोग के तहत कर्नाटक के लिए ८५८३ करोड़़ रुपये जारी किए गए थे । वहीं हमारी सरकार ने १४वें वित्त आयोग के तहत राज्य को २ लाख १९ हजार करोड़ रुपये जारी किए है ।
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