गुजरात चुनाव में राहुल गांधी नए रूप में दिख रहे हैं और उनकी पार्टी भी अपनी पुरानी छवि तोड़ने में जुटी है । आखिर क्या वजह है कि राहुल गांधी के तेवर कलेवर बदल रहे है और साथ ही उनकी पार्टी का पुराना रवैया टुटता नजर आ रहा है । यही वजह है कि एक वक्त तक विरोधी उनका मजाक उड़ा कर तवज्जो नहीं देते थे पर अब हालात बदले है और गुजरात में जिस तरह उनका कमबैक हुआ है उससे विरोधी भी गंभीर हो गए है । यदि आप उनके अभी उनके अभी तक के गुजरात दौरो पर जनर डाले सोशल मीडिया पर उनके तेवरों पर नजर डाले, उनके भाषणो पर नजर डालें और उनके अंदाज पर नजल डालें, तो पुराने राहुल गांधी में बड़ा फर्क नजर आएगा । आखिर ये मेकओवर कैसे हो रहा है और किस तरह से हो रहा है जिससे उनकी राजनीति पहले से परिपक्व होती दिख रही है । गुजरात में कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है, उसे केवल पाने के लिए प्रयास करना है । चुनाव में बीजेपी को कांग्रेस पटखनी दे पाएगी, ये तो फिलहाल कहना मुश्किल है लेकिन पहली बार ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस गुजरात में चुनाव लड़ रही है और राहुल गांधी पसीना बहाते नजर आ रहे है उनके जितने धुआंधार दौरे हुए हैं, जिस तरह से वो जुमले बाजी कर रहे है और जिस तरह मंदिर में मत्था टेकने, ढाबे पर खाना खाने और युवती के साथ सेल्फी खिंचवाने का आनंद ले रहे है, उससे ये तो दिख रहा है कि तमाम पराजयों को झेलने के बाद एक बार फिर आत्मविश्वास लौटा है ।