आरुषि हेमराज मर्डर केस में गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार दंपती को बरी कर दिया हैं । इस फैसले को सुनने के बाद आरुषि के पिता राजेश तलवार और मां नुपुर तलवार भावुक हो गए । वहीं, फैसला आने से पहले तलवार दंपती काफी परेशान दिखे थे गाजियाबाद की डासना जेल में बंद राजेश और नुपुर तलवार को रात में नींद नहीं आई । दोनों ने सुबह का नाश्ता भी नहीं किया । बताया जा रहा है कि सुबह हेल्थ चेकअप के दौरान उनका ब्लड प्रेशर भी बढ़ा हुआ था । जेल सूत्रों के मुताबिक आम दिनों की तुलना में नूपुर ने दूसरे कैदियों से बातचीत नहीं की और गुमसुम बैठी रही । उच्च न्यायालय ने उन्हें बड़ी राहत देते हुए बेटी और नौकर हेमराज की हत्या के आरोपों से बरी कर दिया हैं । मिली जानकारी के अनुसार फैसले से पहले जेल में बंद आरुषि की मां नुपूर और पिता राजेश तलवार काफी तनाव में देखे गए । दोनों ने खाना नहीं खाया था । गौरतलब हैं कि गाजियाबाद स्थित विशेष सीबीआई अदालत ने २६ नवम्बर, २०१३ को राजेश और नुपुर को उम्रकैद की सजा सुनाई थी । इससे एक दिन पहले इनको दोषी ठहराया गया था । अपनी बेटी आरुषि की हत्या के आरोेपी तलवार दंपती ने उम्रकैद की सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की थी । गौरतलब है कि करीब ९ साल पहले नोएडा के सेक्टर-२५ स्थित जलवायु विहार में हुई इस मर्डर मिस्ट्री की पुलिस के बाद सीबीआई की दो टीमों ने जांच की थी । १६ मई २००८ को आरुषि को उसके बेडरुम में मृत पाया गया था । उसकी गला रेतकर हत्या की गई थी । शुरुआत में घरेलू नौकर ४५ वर्षीय हेमराज पर ही आरुषि के मर्डर का शक था लेकिन अगले ही दिन जलवायु विहार के उसी मकान की छत पर हेमराज का भी शव मिला । विशेष अदालत की सजा के खिलाफ तलवार दंपती ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी । इस पर जस्टिस बीके नारायण और जस्टिस एके मिश्रा की खंडपीठ ने तलवार दंपति की अपील पर सात सितम्बर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था । फैसला सुनाने की तारीख १२ अक्टूबर को तय की थी ।