ब्राह्मण और अन्य सवर्ण समाज के साथ चर्चा किए बिना गुजरात सरकार द्वारा करायी गई स्वर्ण जाति आयोग की चुनावलक्षी घोषणा के प्रति श्री समस्त गुजरात ब्रह्म समाज द्वारा विरोध किया गया है । श्री समस्त गुजरात ब्रह्म समाज के महामंत्री यज्ञेश दवे ने बताया है कि, सरकार द्वारा ब्रह्मसमाज और अन्य स्वर्ण समाज को विश्वास में लिए बिना करायी गई आयोग की घोषणा ब्रह्मसमाज को मंजूर नहीं है । स्वर्ण जाति में आते हरएक गैरआरक्षण समाज की शहर में ५ अक्टूबर को चर्चा सभा का आयोजन किया गया है । जिसमें सरकार की घोषणा का विरोध होगा और चुनाव के समय इसका बहिष्कार किया जाएगा । इस मामले में आगामी दिनों में आश्चर्यजनक कार्यक्रमों की भी घोषणा की जायेगी । उन्होंने आगे बताया है कि,ब्रह्म समाज द्वारा वर्ष २०१५ से ब्रह्म विकास आयोग की मांग की गई थी लेकिन सिर्फ एक ही पाटीदार समाज और यह भी एक ही ग्रुप के साथ मिलकर सरकार ने चुनावलक्षी स्वर्ण आयोग की घोषणा कर दी है । अन्य सभी अनारिक्षत जातियों को विश्वास में लिए बिना या उनके साथ विचार-विमर्श किए बिना स्वर्ण समाज पर डाला गया यह आयोग ब्रह्मसमाज को मंजूर नहीं है । गुजरात में ५० फीसदी अनारिक्षत वर्ग में से सिर्फ १६ फीसदी मतदाता वाले पाटीदारों के सिर्फ एक वर्ग को चर्चा में बुलाकर ११ फीसदी ब्राह्मण और २३ फीसदी अन्य जाति कुल ३४ फीसदी अनारिक्षत जाति को सरकार द्वारा अन्याय किया गया है, यह किसी संजोग में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । सिर्फ एक ही जाति के अग्रणियों को बुलाकर अन्य जातियों का तृष्टिकरण करना यह योग्य मामला नहीं है, चुनाव के समय मतों की राजनीति के लिए घबरायी हुई सरकार अब जातियों की मदद लेकर मत की राजनीति खेलती है । श्री समस्त गुजरात ब्रह्म समाज के महामंत्री यज्ञेश दवे ने बताया है कि, स्वर्ण जाति में आते हरएक अनारिक्षत समाज की शहर में ५ अक्टूबर को चर्चा सभा का आयोजन किया गया है । जिसमें सरकार की घोषणा का विरोध होगी और चुनाव के समय इसका बहिष्कार किया जाएगा ।