शंकरसिंह वाघेला ने गुजरात कांग्रेस से रिश्ता तोड़ने के बाद अब इसकी प्रतिक्रिया धीरे धीरे सामने आ रही है । एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में गुरुवार को शंकरसिंह वाघेला के विधायक बलवंतसिंह राजपूत, विरमगाम की विधायक तेजश्रीबहन पटेल और विजापुर के विधायक पीआई पटेल ने अचानक कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस की छावणी में खलबली मच गई है । कांग्रेस पार्टी में जोरदार भूकंप होने से कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से लेकर दिल्ली हाईकमान्ड भी परेशान हो गया है । दूसरी तरफ, गुजरात कांग्रेस में अभी भी राजकीय भूकंप होने की संभावना रही है, जिसके परिणाम आगामी दिनों में देखने को मिलेगा । पिछले दो दिन से कांग्रेस के सिद्धपुर के विधायक बलवंतसिंह राजपूत पिछले दो दिन से ढूढ़ रहे थे और अचानक उन्होंने तेजश्रीबहन पटेल के साथ अपना विधायकपद से इस्तीफा दे दिया था । बलवंतसिंह राजपूत, तेजश्रीबहन पटेल ने विधानसभा अध्यक्ष रमणलाल वोरा को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद विजापुर के विधायक पीआई पटेल ने इस्तीफा देने से कांग्रेस पार्टी में खलबली मच गई है क्योंकि राज्यसभा की सीट के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ अहमद पटेल ने अपना उम्मीदवारी फोर्म दाखिल किया है और अब कांग्रेस के एक एक मत कम हो और विशेष करके बापू के समर्थक विधायकों ने यदि अंतिम समय में क्रॉस मतदान करे तो कांग्रेस के लिए देखा जाए तो किस तरह की परिस्थिति का निर्माण हुआ है । हालांकि गुजरात कांग्रेस में हुए यह राजकीय भूकंप की वजह से कांग्रेस की सम्मान दाव पर लगा है ।
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