इस्तीफा देने के बाद बलवंतसिंह राजपूत ने बताया है कि, कांग्रेस के साथ पिछले ३५ वर्ष से शामिल रहे थे लेकिन पिछले कई वर्ष से पार्टी में कई शंका प्रबल रही थी । अग्रणियों पर जनता का विश्वास नहीं रहा और आखिर में परेशान होकर मैने कांग्रेस पार्टी छोड़ने का निर्णय किया है । इस दौरान बलवंतसिंह ने कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी को लिखे गये पत्र में कहा गया है कि, पिछले कई समय से कांग्रेस पार्टी द्वारा उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया जा रहा है । विशेष करके वाघेला की उनके साथ संबंधों को लेकर पार्टी के कई नेता मेरी छवि को नुकसान पहुंचा रहे है और इसी वजह से मैं पार्टी के साथ रिश्ता खत्म कर रहा हूं ।