श्री अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड ने यात्रा मार्ग पर लंगर लगाने वाली संस्थाओं की मांग को पूरा करते हुए संस्थाओं को 18 जून से ही जवाहर टनल पार करने की मंजूरी दे दी है। बोर्ड के सी.ई.ओ. उमंग नरूला ने इस बारे में आदेश जारी किया। यह आदेश ज मू-कश्मीर के ए.डी.जी.पी. सिक्योरिटी मुनीर अहमद खान के साथ सुरक्षा को लेकर हुई वार्ता के बाद जारी किया गया है। दरअसल कल श्री अमरनाथ यात्रा भंडारा आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष राजन कपूर ने बोर्ड के सी.ई.ओ. उमंग नरूला को पत्र लिख कर भंडारा संस्थाओं को 21 जून से पहले जवाहर टनल पार करने के लिए इजाजत मांगी थी।
राजन कपूर ने अपने पत्र में तर्क दिया था कि जिन संस्थाओं ने जवाहर टनल के पार पंचतरणी, शेषनाग, पिस्सूटॉप व पोशपत्तरी में लंगर लगाना है उन्हें समय पर सारा सामान ऊपर पहुंचाना होगा ताकि यात्रा पर आने वाले भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो। राजन कपूर के पत्र पर सी.ई.ओ. उमंग नरूला ने ए.डी.पी.पी. सिक्योरिटी के साथ बातचीत की और सुरक्षा का आश्वासन मिलने के बाद जवाहर टनल को 18 जनवरी से ही भंडारा संस्थाओं के लिए खोलने का आदेश जारी किया। राजन कपूर ने इस आदेश के लिए बोर्ड के सी.ई.ओ. व ए.डी.जी.पी. मुनीर खान को धन्यवाद करते हुए कहा कि बोर्ड के इस सहयोग के चलते ही भंडारा लगाने वाली संस्थाएं अपना सामान समय पर पहुंचा सकेगी।
उन्होंने बोर्ड के साथ हर तरह का सहयोग करने का आश्वासन देते हुए कहा कि बोर्ड ने पहले 21 जून के बाद जवाहर टनल पार करने का जो आदेश जारी किया था, उस आदेश के खिलाफ कुछ संस्थाओं ने लंगर का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी थी। लेकिन वह इस तरह की कार्रवाई से सहमत नहीं है और हमेशा की तरह इस साल भी यात्रा मार्ग पर भक्तों के हर तरह के सहयोग के लिए तैयार रहेंगे। अमरनाथ श्राइन बोर्ड के समक्ष यह मांग उठाने संस्था के पेटर्न वीरेंद्र दास महासचिव राजीव सेठी उपाध्यक्ष विजय प्रभाकर व केशियर अमित शर्मा का योगदान रहा।