Aapnu Gujarat
બ્લોગ

EVENING TWEET

कदाचित् कस्यचित् मुखं मा पश्य !
प्रत्युत् तस्य मनः पश्य । यतः यदि
श्वेतवर्णे निष्ठा अभविष्यत् तर्हि
लवणं व्रणानाम् औषधम् अभविष्यत् ॥
??????????

कभी किसी के चहरे को मत देखो बल्कि उसके मन को देखो,क्योंकि अगर सफेद रंग में वफा होती’ तो नमक जख्मों की दवा होती ।

? जयतु संस्कृतम्॥जयतु भारतम्॥?

Related posts

भारत-रुस : नई ऊंचाईयां

aapnugujarat

MORNING TWEET

aapnugujarat

મદીરા વીશે થોડી રસપ્રદ માહીતી

aapnugujarat

Leave a Comment

UA-96247877-1